महागठबंधन से कुंवर नरेन्द्र सिंह होंगे प्रत्याशी

महागठबंधन से कुंवर नरेन्द्र सिंह होंगे प्रत्याशी
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समर्थकों में हर्ष की लहर, पार्टी हाईकमान ने रखा जनभावनाओं का ख्याल

मथुरा। स्थानीय लोकसभा सीट से सपा-बसपा- रालोद गठबंधन प्रत्याशी कु. नरेन्द्र सिंह घोषित किए गए हैं। इसकी घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित सिंह के निजी सचिव समरपाल सिंह ने एक विज्ञाप्ति जारी करके दी है। इस घोषणा का तीनों पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया है। कार्यकर्ताओं का मानना है कि कु. नरेन्द्र सिंह गठबंधन के सबसे शक्तिशाली प्रत्याशी होंगे। समूचे जनपद में इसकी जानकारी मंगलवार को प्रात: ही लोगों को मिल गयी।

बतादें कि सपा, बसपा और रालोद के गठबंधन में लोकसभा क्षेत्र मथुरा की सीट रालोद के खाते में है। मथुरा से रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी सांसद रह चुके हैं। हालांकि पिछले चुनाव में भाजपा की हेमा मालिनी ने उन्हें हरा दिया था। जिले में रालोद का अच्छा वोट बैंक माना जाता है। कुंवर नरेंद्र सिंह विधानसभा का चुनाव गोवर्धन क्षेत्र से भी लड़ चुके हैं। वे रालोद के प्रदेश उपाध्यक्ष है। साथ ही ब्रज मंडल क्षत्रिय राजपूत महासभा के अध्यक्ष और अखिल भारतीय क्षत्रिय राजपूत महासभा के उपाध्यक्ष भी हैं।

उनकी छवि एक जुझारू नेता की रही है। चाहे शहरी क्षेत्र में खोखा दुकानदार, ढेलवालों और रिक्शा टेम्पू वालों के पुलिस उत्पीडऩ के विरूद्ध अवाज उठाने की रही हो या कोई पीडि़त उनके दरवाजे पर आ जाये उसको न्याय दिलाने के लिए हर रोज डीएम व एसएसपी कार्यालय में दस्तक देते दिखाई देने वाले नेता की रही हो। हमेशा उन्होंने जनपद के किसानों की आवाज बुलंद की है।

इससे पूर्व पार्टी में बाहरी प्रत्याशी को टिकट के नाम पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त गुस्सा था। इसको लेकर स्थानीय नेताओं की बैठक भी हुई। इसके बाद दो टूक लहजे में पार्टी हाईकमान को बता दिया गया कि अगर कोई बाहरी नेता चुनाव लड़ा तो कार्यकर्ता एकजुट नहीं रह पाएंगे। ऐसे में बीते दो दिन में परिस्थितियां बदल गई।

मेरी भववाधा हरौ, राधा नागरि सोय...

प्रत्याशी घोषित होने से पहले कश्मकश के बीच कुंवर नरेंद्र सिंह ने फेसबुक पर लिखा, मेरी भववाधा हरौ, राधा नागरि सोय। जा तन की झाँई परे श्याम हरित दुति होय। उन्होंने रालोद मुखिया अजित सिंह व उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा है पार्टी हाईकमान ने मथुरा की जनता की भावनाओं का ख्याल रखा है। पार्टी ने यह भी ध्यान रखा है कि यहां की जनता को अपने सांसद को ढूंढऩे में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी वे हमेशा यहां की जनता के लिए उपलब्ध रहेंगे। यदि वे नहीं रहेंगे तो उनकी पत्नी, बेटा, भाई सभी यहीं रहते हैं। वे हमेशा जनता की मदद को उपलब्ध रहेंगे।

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