संस्कृति यूनिवर्सिटी में माडर्न ट्रेंड्स इन हॉस्पिटैलिटी पर हुआ सेमिनार

आधुनिक तकनीक को आत्मसात करे युवा पीढ़ी-जीएम सूर्यकांत जना
मथुरा। भारत में प्राचीनकाल से अतिथि को देवता के रूप में माना जाता है। आज टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी का क्षेत्र करियर की अपार सम्भावनाओं से भरा हुआ है। यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें हर कदम पर कुछ नया सीखने के अवसर मिलते रहते हैं। लिहाजा युवा पीढ़ी को माडर्न ट्रेंड्स इन हॉस्पिटैलिटी को आत्मसात करते हुए अपने करियर को नया मुकाम देना चाहिए। यह बातें मंगलवार को संस्कृति यूनिवर्सिटी के टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी विभाग द्वारा आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि जनरल मैनेजर क्लार्क इन सूर्यकांत जना ने छात्र-छात्राओं को बताईं। सेमिनार का शुभारम्भ कुलपति डॉ. राणा सिंह ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलित कर किया।
जनरल मैनेजर जना ने छात्र-छात्राओं को बताया कि हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री कोई नया नाम नहीं है लेकिन टूरिज्म इंडस्ट्री के चलते इस उद्योग को काफी बढ़ावा मिला है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में काम करने वालों की निरंतर मांग बढ़ रही है। आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति ही आपको सफलता दिला सकती है। याद रहे होटल मैनेजमेंट क्षेत्र में नो शब्द की कोई जगह नहीं होती।
इस अवसर पर असिस्टेंट एफ. एंड बी. मैनेजर मोहम्मद अहिया ने कहा कि आज टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी का क्षेत्र पूरी तरह से बदल गया है। लिहाजा आपको बदलते परिवेश और तकनीक को आत्मसात करते हुए पढ़ाई के साथ प्रयोगात्मक विद्या पर अधिक फोकस करना चाहिए। श्री अहिया ने कहा कि आज खान-पान की हर चीज आधुनिक मशीनों से कुछ मिनटों में ही तैयार हो जाती है।
खुशी की बात है कि संस्कृति यूनिवर्सिटी के टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी विभाग में जहां सुयोग्य प्राध्यापक हैं। वहीं छात्र-छात्राओं को निरंतर शैक्षिक भ्रमण पर भेजा जाता है। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक संदीप मुखर्जी ने किया। आभार विभागाध्यक्ष पीयूष झा ने माना। सेमिनार में प्राध्यापकगण योगेश कुमार, रोहन धमीजा, आशीष कुमार, शुभम और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
