Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > लखनऊ > दवा की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने में योगी सरकार असफल: JDU

दवा की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने में योगी सरकार असफल: JDU

जनता दल यू के महासचिव एवं प्रवक्ता प्रो. केके त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश की जिला स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों के फोन नहीं उठा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। मौत के सौदागर दवाइयां, इंजेक्शन, ऑक्सीजन आदि की कालाबाजारी खुलेआम कर रहे हैं। अधिकारी इस पर रोक लगाने में असफल हैं।

दवा की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने में योगी सरकार असफल: JDU
X

लखनऊ: बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टी जनता दल युनाइटेड ने यूपी की योगी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। जनता दल यू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में करोना की महामारी से निजात दिलाने में सरकार फेल हो गई है। दवाई और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए आदमी भटककर बिचौलियों और दलालों को भारी कीमत चुका कर खरीदने के लिए मजबूर है। प्रदेश सरकार के मंत्री और अधिकारी लगातार समस्याओं को नजरंदाज कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को तत्काल इसका संज्ञान लेना चाहिए।

जनता दल यू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री से मांग उठाई है कि घोषणाओं को धरातल पर तत्काल लागू करें। मुख्यमंत्री द्वारा केवल सेक्टर मजिस्ट्रेट को जिम्मेदारी देने के बाद भी धरातल पर स्थित नहीं बदली है। संसाधनों की कमी से आम आदमी की जिंदगी वेंटीलेटर पर चल रही है। उत्तर प्रदेश में जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी चल रही है। आम आदमी को स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया नहीं हो पा रही हैं।

जनता दल यू के महासचिव एवं प्रवक्ता प्रो. केके त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश की जिला स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों के फोन नहीं उठा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। मौत के सौदागर दवाइयां, इंजेक्शन, ऑक्सीजन आदि की कालाबाजारी खुलेआम कर रहे हैं। अधिकारी इस पर रोक लगाने में असफल हैं। आम आदमी खुलेआम लूटा जा रहा है। सरकार पर जूं तक नहीं रेंग रही है। जनता दल यू मुख्यमंत्री से मांग करता है कि कालाबाजारी पर गैंगस्टर एक्ट एवं एनएसए के तहत कार्रवाई करें, तभी सभी आमजनों को दवाई, ऑक्सीजन एवं बेड मिल सकेगा।

प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि ऑक्सीजन, वेंटिलेटर एवं दवाइयों की खुलेआम कालाबाजारी हो रही है। इस धंधे में बड़े-बड़े मौत के सौदागरों का हाथ है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आम आदमी का जब अपना घनिष्ठ इस दुनिया से चला जाता है, तो वह अंतिम क्रियाकर्म के लिए जब शमशान या कब्रिस्तान जाता है तो वहां पर भी उसका बुरी तरीके से शोषण हो रहा है। इस पर भी अंकुश लगाने की आवश्यकता है। इस महामारी के दौर में अंतिम क्रियाकर्म निशुल्क होना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि वह करोना काल में अपने को बचाते हुए सभी आमजनों का भरपूर सहयोग करें, जिससे इस महामारी से मिलकर लड़ा जा सके।

Updated : 29 April 2021 11:45 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Lucknow

Swadesh Digital contributor help bring you the latest article around you


Next Story
Top