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कोटा से लौटे छात्र को लेकर प्रियंका गांधी ने की योगी की तारीफ, जानें क्या कहा

कोटा से लौटे छात्र को लेकर प्रियंका गांधी ने की योगी की तारीफ, जानें क्या कहा
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लखनऊ। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 14 हजार के पार जा चुकी है। इसकी वजह से देश में इन दिनों लॉकडाउन चल रहा है। उधर, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने वीडियो संदेश के जरिए प्रवासी मजदूरों के लिए अपील की है। महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि कई दिनों से जो यूपी के प्रवासी मजदूर अलग-अलग प्रदेशों में फंसे हुए हैं, उनसे मैं बात कर रही हूं। मैंने राजस्थान में, दिल्ली में, सूरत में, इंदौर में, भोपाल में, मुंबई और अन्य प्रदेशों में फंसे हुए लोगों से बात की।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 'उनकी (मजदूरों) सबसे बड़ी समस्या क्या है? मजदूरी करने के लिए ये अलग-अलग शहरों में गए। लॉकडाउन हुआ और मजदूरी बंद हो गई। आगे चलते-चलते राशन भी खत्म हो गया। अब छह-छह लोग, आठ- आठ लोग एक कमरे में बंद हैं। राशन मिल नहीं रहा है। ये लोग बहुत ही घबराए हुए हैं और किसी भी तरह से घर जाना चाहते हैं। हम इनको दोषी नहीं ठहरा सकते कि आप घर जाना चाहते हैं। हम और आप भी तो अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं।'

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, 'हमें इनकी समस्या का हल खोजने की कोशिश करनी चाहिए। यह सबकी जिम्मेदारी है, मेरी भी और आपकी भी। हर सरकार की जिम्मेदारी है। यूपी का हर एक मजदूर चाहे वह कहीं भी हो, किसी भी प्रदेश में हो, किसी भी देश में हो, योगी सरकार की जिम्मेदारी है। हम उनको इस तरह से नहीं छोड़ सकते हैं। मैं यूपी सरकार को बधाई देना चाहती हूं कि कोटा से आप छात्रों को घर ले आए लेकिन ये मजदूर भी तो आपके ही हैं। ये भी हमारे हैं। इनके भी परिवार त्रस्त हैं, परेशान हैं। घबराए हुए हैं, इनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। इनके पास राशन नहीं है, हम इन्हें घर नहीं ला पा रहे हैं।'

प्रियंका गांधी ने वीडियो संदेश में कहा, 'मैं आग्रह करना चाहती हूं कि एक हेल्पलाइन हो, हजार लोगों का कंट्रोल रूम हो। कम से कम ये लोग अपनी समस्याओं को तो बता पाएं ताकि दूसरी सरकारों से इनकी मदद हो सके। दूसरी बात हमको किसी न किसी तरीके से इनकी समस्या हल करनी पड़ेगी। एक प्लान बनाया जाए ताकि धीरे-धीरे ये अपने जिले में आ सकें।'

Updated : 19 April 2020 11:07 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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