बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के प्रतिनिधि की तलाश में दबिश
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मुख्तार का करीबी शाहिद की तलाश जारी
बाराबंकी/मऊ। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में फरार चल रहे उसके विधायक प्रतिनिधि सहित दो की तलाश में पुलिस टीम मऊ पहुंची है। यहां संभावित स्थानों पर पुलिस दबिश दे रही है। इनके अलावा मुख्तार का करीबी बताया जा रहा लखनऊ का शाहिद भी फरार है। चर्चा है कि कोविड संक्रमण के चलते पुलिस ने उससे अभी दूरी बना रखी है। तीनों की गिरफ्तारी के बाद बाराबंकी में मुख्तार के नेटवर्क का पटाक्षेप हो सकता है।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर बाराबंकी एआरटीओ में मुख्तार के गुर्गों ने 2013 में एंबुलेंस पंजीकृत कराई थी। यह एंबुलेंस मुख्तार अपने निजी प्रयोग में ला रहा था। पंजाब में मोहाली कोर्ट में पेशी पर जाते समय इस एंबुलेंस के प्रयोग का राजफाश हुआ। यूपी 41 एटी 7171 पंजीयन नंबर की यह एंबुलेंस मुख्तार शुरू से प्रयोग कर रहा था। इस प्रकरण में एक अप्रैल को कोतवाली नगर में मऊ की संजीवनी हास्पिटल संचालिका डॉ. अलका राय के खिलाफ मुकदमा कराया। इसकी विवेचना में अलका राय के सहयोगी डॉ. शेषनाथ राय, विधायक प्रतिनिधि मोहम्मद सुहैब मुजाहिद, शाहिद, आनंद यादव, राजनाथ यादव सहित मुख्तार अंसारी को भी नामजद किया था। इसमें अलका, शेषनाथ और राजनाथ को पुलिस जेल भेज चुकी है। मुख्तार पहले से मऊ जेल में निरुद्ध है और शेष फरार हैं। विवेचक एमपी सिंह और एसआई मार्कंडेय सिंह सहित पांच सदस्यीय टीम मुजाहिद और आनंद की तलाश में रविवार को मऊ पहुंची। यहां उनके संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।
वर्चुअल या भौतिक पेशी : पुलिस ने मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश करने के लिए वारंट लिया था। इसमें अदालत ने 14 जून की तिथि तय की है। सोमवार को यह देखना है कि आखिर मुख्तार यहां आकर भौतिक रूप से अदालत में पेश हुआ है अथवा आनलाइन वर्चुअल तौर पर पेशी में हाजिरी लगाएगा। हालांकि, वर्चुअल पेशी होने की संभावना अधिक बताई जा रही है।
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