वक्फ संशोधन बिल: अब 'अकलियत' को 'रिझाएंगे' योगी, 50 पन्ने के पीपीपी प्रेजेंटेशन से बिल की खूबियां गिना रही भाजपा…

अब अकलियत को रिझाएंगे योगी, 50 पन्ने के पीपीपी प्रेजेंटेशन से बिल की खूबियां गिना रही भाजपा…
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अतुल मोहन सिंह, लखनऊ। वक्फ संशोधन बिल पर विरोध-प्रदर्शनों और विपक्ष की घेराबंदी से निपटने को भाजपा अब सूबे में मुस्लिम समुदाय के बीच जाएगी और बिल को लेकर भ्रांतियों का शमन कर जागरूक करेगी। भाजपा ने 50 पन्ने का एक पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन तैयार किया है, जिससे जमीन पर नैरेटिव बदलने का प्रयास होगा। यही नहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिमों को समझाने का जिम्मा संभाल लिया है। वह प्रबुद्ध मुस्लिमों संग बैठेंगे।

समझाएंगे, वक्फ संशोधन बिल के तहत मस्जिद-मदरसा-कब्रिस्तान सरकार नहीं लेगी, ना कब्जा करेगी। इसी तरह शीर्ष से निचले स्तर के प्रत्येक वर्ग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए प्रारूप पार्टी ने तैयार किया है, जिसमें टारगेट दिया गया है।

ग्रासरूट कवायद : गिना रहे पसमांदा मुसलमानों, महिलाओं, बच्चों को लाभ : वक्फ संशोधन बिल 2025 को लेकर भाजपा ने व्यापक जन-जागरण अभियान शुरू किया है। उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के बीच वक्फ बिल के लाभ और प्रावधान को लेकर जागरूकता का प्रसार करना है। अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ता ग्रास रूट लेबल पर, विशेषकर मुस्लिम बहुल क्षेत्र में इस कानून के महत्व और सामाजिक-आर्थिक प्रभाव के बारे में बता रहे हैं। अभियान केंद्र सरकार के दावे को बल देता है, कानून वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता, जवाबदेही और समावेशिता लाएगा। जिसका विपन्न मुस्लिमों, खासकर पसमांदा मुसलमानों, महिलाओं और बच्चों को लाभ मिलेगा।

भाजपा को आशंका, मुस्लिमों की बेरुखी साबित न हो 'साइलेंट अटैक' : वक्फ बिल पर मुस्लिमों को समझाने और रिझाने में भाजपा को अधिक मशक्कत प्रदेश में करनी पड़ रही है। इसी के दृष्टिगत मुस्लिम बहुल जिलों, महानगरों, कस्बों, गांवों में भाजपा कैडर को घर-घर जाकर वक्फ बिल की खूबियां गिनाने और गलतफहमियां दूर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आठ वर्ष में पहली बार भाजपा नेतृत्व महसूस कर रहा है, मुस्लिमों की बेरुखी कहीं 'साइलेंट अटैक' साबित न हो।

माइक्रो रणनीति : भाजपा ने जमीन पर उतारा कैडर : भाजपा सूत्र बताते हैं, मुस्लिमों को रिझाने-समझाने में पार्टी ने पूरे कैडर को जमीन पर उतार दिया है। विरोधियों, खासकर कांग्रेस-सपा और अन्य दलों के प्रसारित निगेटिव नैरेटिव से पार पाने के लिए भाजपा ने सभी सात मोर्चा और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है। मुस्लिम मोर्चा पदाधिकारियों को विशेष रूप से काम पर लगाया गया है। राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी संग मुस्लिम मोर्चे के पदाधिकारी 'माइक्रो रणनीति' पर काम कर रहे हैं।

भाजपा कार्यकर्ता वितरित कर रहे 16 पेज की पुस्तिका : भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने 'स्वदेश' को बताया, कार्यकर्ता 16 पेज की एक पुस्तिका वितरित कर रहे हैं। इसमें 2013 के वक्फ कानून की खामियों और 2025 के संशोधन के लाभों को विस्तार से बताया गया है।

पुस्तिका विशेष रूप से मुस्लिम बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों में वितरित की जा रही है। अली के मुताबिक, विपक्ष के फैलाया भ्रम तोड़ना है। दावा है, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल तुष्टिकरण की राजनीति के तहत वक्फ कानून को लेकर मुस्लिम समुदाय में भ्रांति फैला रहे हैं। अभियान का प्रमुख लक्ष्य विपक्ष की भ्रांतियों को दूर कर कानून के सकारात्मक पहलुओं को उजागर करना है।

वक्फ बिल से परेशानी अवैध कब्जेदारों को : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. समीर सिंह ने 'स्वदेश' को बताया, वक्फ संशोधन बिल पर विपक्ष लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। बिल में ऐसा कुछ नहीं है, जिसमें किसी कब्रिस्तान पर कब्जा या कोई मस्जिद छीन लेने जैसा कुछ हो। ये जरूर है, संपत्तियों को डिजिटलाइज करेंगे। जो लीगल डॉक्यूमेंट लेकर आएगा, उसका रजिस्ट्रेशन होगा। परेशानी अवैध कब्जेदारों के साथ है।

वक्फ बिल की टैगलाइन 'गरीबों का हक सिर्फ गरीबों को मिले' : राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने 'स्वदेश' को बताया, वक्फ बिल की टैगलाइन 'गरीबों का हक सिर्फ गरीबों को मिले' है। आज कब्जेदार महसूस करते हैं, जिद्दी मोदी अवैध कब्जे हटवाकर मानेंगे।

इसीलिए वह विरोध कर रहें और मुसलमान को भड़का रहे हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा कार्यकर्ता घर-घर जा रहे हैं। चार पेज का पत्रक बांटा जा रहा है। जिन मुस्लिम रहनुमाओं ने जमीनों पर कब्जा किया, उनको बेनकाब किया जाएगा।

कार्यकर्ताओं को हम प्रशिक्षित कर रहे हैं। पूरे देश में बड़ी-बड़ी गोष्ठियां और छोटी-छोटी बैठक करेंगे। मुस्लिम समाज के घर-घर पर्चा बांटेंगे। वक्फ बिल मुसलमान के जीवन को कैसे खूबसूरत करने वाला है, यह बताएंगे।

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