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821 एकड़ भूमि पर राममंदिर के स्वरूप में दिखेगा अयोध्या एयरपोर्ट

821 एकड़ भूमि पर राममंदिर के स्वरूप में दिखेगा अयोध्या एयरपोर्ट
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अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट भी अयेाध्‍या के रेलवे स्‍टेशन की तरह राम मंदिर का लुक देगा। जो डिजाइन एयरपोर्ट के भवन की बनी है उसमें मंदिर के लुक वाले गुंबद बनाए गए हैं। यह एयरपोर्ट सुल्‍तानपुर हाईवे और अयेाध्‍या-लखनऊ-गोरखपुर जॉइंट पॉइंट के ओवरब्रिज से साफ दिखेगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में भगवान के विराजने और लोकसभा चुनाव के पहले अयोध्या एयरपोर्ट से डॉमेस्टिक फ्लाइट्स की उड़ान शुरू हो जाएगी यह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कुल 821 एकड़ जमीन में फैला होगा। प्रथम चरण के लिए टर्मिनल बिल्डिंग और रनवे में 317 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी जिसके लिए अभी तक 323 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जा चुकी है। अभी तक 83 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हो चुका है जबकि शेष जमीन की व्यवस्था में प्रशासन जुटा है। अयोध्या एयरपोर्ट का पहला टर्मिनल सबसे बड़ा होगा। उसके बाद दूसरा टर्मिनल होगा वही इसका तीसरा टर्मिनल पहले दो टर्मिनल से छोटा होगा। जिसमें एयरपोर्ट के सामान और कुछ और जरूरतों के सामान रखे जाएंगे।

गौरतलब हो कि उड़ान योजना के तहत बनाए जा रहे अयोध्या एयरपोर्ट का नाम श्री राम एयरपोर्ट होगा या कुछ और ये भले ही अभी तक तय नहीं हुआ है लेकिन ये तय है कि अगले साल अप्रैल में 300 पैसेंजर की क्षमता वाले प्रथम टर्मिनल का संचालन शुरू हो जाएगा. जबकि 3 टर्मिनल वाला अयोध्या एयरपोर्ट 2025 में बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा. अब इसे संयोग कहें या कार्य योजना का हिस्सा कि लोकसभा चुनाव के पहले श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम चरण का कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा और पूरा मंदिर 2025 में पूरा हो जाएगा। यानि अयोध्या एयरपोर्ट और श्री राम जन्मभूमि मंदिर का संचालन लगभग एक साथ शुरू होगा और एक तरह दिखेगा भी।

अयोध्या एयरपोर्ट और श्री राम जन्मभूमि मंदिर में काफी कुछ समानता होगी। समय की बात करें तो लगभग एक ही समय दोनों चरणबद्ध रूप से पूरे होंगे। लुक की बात करें तो अयोध्या एयरपोर्ट काफी कुछ श्री राम जन्मभूमि मंदिर की तरह दिखाई देगा। एयरपोर्ट के खंभे हो यह फिर बुर्ज सभी कुछ इस तरह दिखाई देंगे जैसे श्री राम जन्मभूमि मंदिर के ही रूप हो। इसके लिए बंसी पहाड़पुर के उस पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे श्री राम जन्मभूमि मंदिर बन रहा है। यही नहीं खंभों और एयरपोर्ट की इमारत पर राम मंदिर की तरह की नक्काशी दिखाई देगी। यूं कहे कि एयरपोर्ट पर उतरते ही यात्रियों को अयोध्या के श्री राम मंदिर की झलक मिल जाएगी तो गलत नहीं होगा।

एयरपोर्ट के मैनेजर राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि नागरिक उड्डयन विभाग की तरफ से अयोध्या एयरपोर्ट को राम मंदिर की तर्ज पर हम लोग उतार रहे हैं. जो उसका फसाड आएगा उस फसाड में कॉलम आदि हम लोग इस तरह से दे रहे है जिसे बंसी पहाड़पुर स्टोन से बनाया जाएगा. अयोध्य एयरपोर्ट पर उतरते ही लोगों को पता चल जाएगा कि वो अयोध्या में हैं। पहले फेज में 2200 सौ मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे बनाया जा रहा है. इस स्थान पर पहले 1500 मीटर का छोटा सा रनवे था। जिस पर हेलीकॉप्टर और छोटे निजी विमान उतरते थे, अब इसी को विस्तार दिया जा रहा है और 3 चरणों में इसे पूरा किया जाएगा। अयोध्या का इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले टर्मिनल का निर्माण कार्य 31 मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा। इसमें 150 यात्रियों के आने-जाने की व्यवस्था होगी। 2025 में जब अयोध्या एयरपोर्ट पूरी तरह बन जाएगा और पूरी क्षमता से संचालन शुरू हो जाएगा तो लखनऊ एयरपोर्ट पर बढ़ रहा दबाव भी अयोध्या एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर कम किया जाएगा।

Updated : 17 Jun 2022 9:31 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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