Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > आगरा > एक रूपए का नेग लेकर संघ के स्वयंसेवक ने किया पुत्र का विवाह

एक रूपए का नेग लेकर संघ के स्वयंसेवक ने किया पुत्र का विवाह

दहेज मुक्त विवाह कर समाज को दिया संदेश

एक रूपए का नेग लेकर संघ के स्वयंसेवक ने किया पुत्र का विवाह
X

आगरा। शाखा से लेकर अपने कार्य क्षेत्र में समाज जागरण संघ के स्वयंसेवकों की नित्य की चर्या है। स्वयंसेवक के अनुशासित, संस्कृतिनिष्ठ और ईमानदार आचरण से समाज प्रेरणा लेता रहा है। हमारा आचरण समाज के लिए प्रेरणा हो, तो फिर आगे चलकर समाज भी उसे स्वीकार करता है। यह कोई कोरी कल्पना नहीं बल्कि, वास्तविकता भी है। स्वयंसेवक के इसी आचरण के वास्तविक रूप को गुरूवार को आगरा में एक शादी समारोह में अनुभव किया गया, जब संघ के एक स्वयंसेवक ने अपने पुत्र के विवाह में कन्या पक्ष से केवल एक रूपये के नेग में सभी परंपराओं का निर्वहन कराया।

गुरूवार को मधु रिसोर्ट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ब्रजप्रांत कार्यवाह डॉ. प्रमोद शर्मा के पुत्र निखिल शर्मा का विवाह फिरोजाबाद निवासी प्रियंका शर्मा के साथ सपन्न हुआ। विवाह समारोह में हिन्दू परंपरा के अनुसार सभी दायित्वों, संस्कारों को वैदिक विधि से सपन्न कराया कराया। कन्या की मौसी के पुत्र प्रमोद शर्मा ने बताया कि वर की भुआ प्रतिभा उपाध्याय के माध्यम से हमारा संपर्क वर के पिता डॉ. प्रमोद शर्मा से हुआ और पहली भेंट में ही उन्होंने कन्या प्रियंका शर्मा को अपना आशीर्वाद देते हुए गोद भरायी कर दी और उसी समय उन्होंने कह दिया कि हमें केवल कन्या चाहिए और हम दहेज मुक्त विवाह करेंगे। कन्या पक्ष के प्रमोद शर्मा ने बताया कि परंपरा के अनुसार दिए जाने वाले नेग के कुछ सामानों को छोड़ किसी प्रकार का कोई लेनदेन हमने वरपक्ष के साथ नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. प्रमोद शर्मा ने अपने पुत्र के विवाह के माध्यम से समाज को संदेश दिया है कि बिना दहेज के भी शादी हो सकती है, केवल इच्छा शक्ति और प्राचीन हिन्दू मान्यताओं पर विश्वास होना चाहिए।

प्रमोद शर्मा ने कहा कि हिन्दू समाज में कभी भी दहेज प्रथा नहीं थी। हमें समाज से इस कुप्रथा को समाप्त करते हुए देहज रहित विवाह को अपनाना चाहिए। कन्या की माता सरोज शर्मा ने कहा कि हमें प्रसन्नता है कि हमारी बेटी संघ के स्वयंसेवक के घर गयी है, जहां हमारी हिन्दू रीति-नीति का पालन होता है। संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख केशवदेव शर्मा ने बताया कि संस्कारों का निर्माण सयक आचरण और नियमित अभ्यास से होता है और संघ के स्वयंसेवक अपने परिवारों में दहेज मुक्त विवाह पहले भी करते आए हैं। उन्होंने बताया कि आगरा में ही वर्षो पहले लोहामंडी के छिंगा मोदी पुल निवासी पुराने स्वयंसेवक कार्यकर्ता मुरलीधर झा ने अपने पुत्र दीनदयाल का विवाह भी इसी प्रकार एक रूपया लेकर किया था। केशवदेव ने कहा कि हमें अपना आचरण और व्यवहार ऐसा रखना चाहिए कि समाज के लिए अनुकरणीय हो और हमें हिन्दू परंपराओं पर हर बार गर्व करने का अवसर मिलता रहे।

Updated : 9 July 2022 8:03 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top