Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' के पीछे छिपा है गहरा भाव, जानिए किसने और क्यों दिया ये यूनिक नेम?

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को जो हुआ, वो माफी योग्य नहीं था। उस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इसी के जवाबी कार्रवाई को लेकर भारत सरकार ने ऑपरेशन चलाकर आतंकियों के नौ ठिकानों खत्म कर दिया। इसे ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया। यह कोई साधारण शब्द नहीं है इसके पीछे गहरा भाव जुड़ा हुआ है। तो आइए जानते हैं इस एयर स्ट्राइक को ऑपरेशन सिंदूर नाम ही क्यों दिया गया, इसके पीछे का क्या कारण है और किसने ये नाम दिया?
क्या है ऑपरेशन सिंदूर का मतलब?
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेनाओं ऑपरेशन सिंदूर चलाया। भारतीय संस्कृति में सिंदूर का बेहद महत्व होता है। इसे विवाहित महिलाओं के सुहाग और सम्मान का प्रतीक माना है। पहलगाम हमले के बाद सबसे ज्यादा महिलाओं के आहट होने की खबर सामने आ रही थी। कई नवविवाहित जोड़ों को उनके आंखों के सामने जुदा कर दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर इन्हीं महिलाओं के सम्मान में नाम दिया गया। यह ऑपरेशन आतंकवादियों को सबक सिखाने के साथ साथ इन परिवारों के प्रति भारत की संवेदना और संकल्प को भी दर्शाता था।
किसने दिया ये नाम?
पहलगाम हमले के बाद शासन प्रशासन लगातार गुप्त बैठक कर रही थी। इन बैठकों में पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया था कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हमारी कई महिलाओं को विधवा किया और पुरुषों को मारकर सिंधूर हटाया है। हमें इसका जवाब देते हुए बड़ी कार्रवाई करनी है। पीएम ने इसी कारण इस सैन्य ऑपरेशन का नाम 'मिशन सिंदूर' रखा था। इसके बारे में बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में महिला सैन्य अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी बताया था।