शिवराज की फिटनेस का राज है 'पावर योग': "मेरी सारी स्फूर्ति योग से है, मात्र 40 मिनट मुझे दिनभर के लिए कर देते हैं तरोताजा" - केन्द्रीय मंत्री से विशेष बातचीत

अनुराग उपाध्याय, भोपाल। मामा मतलब शिवराज सिंह।आपने उनकी चुस्ती फुर्ती देखी होगी। एकदम तंदुरुस्त रहने वाले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान बताते हैं कि एक दुर्घटना के बाद मेरे सामने बड़ी समस्या आई और मैंने योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल किया, इसके बाद से मुझे कभी कोई समस्या नहीं आई। वे बताते हैं योग से उनके जीवन में बड़े ही सकारात्मक परिणाम आए हैं।
मप्र के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2005 में एक दिन अचानक सुबह-सुबह उनसे मिलना हुआ तो देखा एक नीला ट्रैक सूट पहने वे योगा कर रहे हैं। उसके बाद 2015 में एकांत में उनके योग अभ्यास को देखा और समझा कि योग, ध्यान और प्राणायाम उनके जीवन का अहम हिस्सा हैं। वे कहते हैं कि मेरा पूरा भरोसा 'योग भगाए रोग पर है।'
'स्वदेश' से विशेष चर्चा में उन्होंने कहा कि योग को पूरी दुनिया ने मान्यता दी है। समूचा विश्व योग के असाधारण लाभों का फायदा ले रहा है। योग भारतीय ज्ञान परम्परा की महान शक्ति है। आदिकाल से हमारे ऋषि मुनि योग के जरिये अपने शरीर को स्वस्थ रखते रहे हैं। मैं स्वयं योग से लाभान्वित होने वाला व्यक्ति हूँ। 1998 में एक सड़क दुर्घटना में मुझे गंभीर चोटें आईं, जिससे पैर भी टूट गया। चलना फिरना तक मुश्किल था। लोकसभा तक में व्हील चेयर पर जाना पड़ा। तब एक्सरसाइज के साथ 'पावर योग' का इस्तेमाल शुरू किया। आरम्भ में तकलीफ हुई लेकिन अब योग जीवन में आनंद का कारक है। मेरी सारी स्फूर्ति योग से है। योग को दिए मात्र 40 मिनट मुझे दिनभर के लिए तरोताजा कर देते हैं। पावर योग, योग का एक गतिशील रूप है, जिसे सांसों के साथ आसनों को जोड़कर किया जाता है, जिससे हृदय गति बढ़ती है और अधिक कैलोरी बर्न होती है।
योग के बिना मैं अपने जीवन की कल्पना ही नहीं कर सकता
एक सवाल के जवाब उन्होंने कहा योग का शरीर पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सेहत ठीक रहती है, तनाव नहीं होता। योग करने से अद्भुत आनंद की प्राप्ति के साथ दिन भर की भागदौड़ के बाद भी थकान महसूस नहीं होती। योग के बिना मैं अपने जीवन की कल्पना ही नहीं कर सकता।
योग के क्षेत्र में बाबा रामदेव का बड़ा योगदान
योग को बढ़ावा देने में स्वामी रामदेव के योगदान को कैसे देखते हैं? इस सवाल पर वे हैं कि बाबा रामदेव का बड़ा योगदान है। इस दौर में उनके प्रयास से योग जन-जन तक पहुंचा है। उन्होंने योग के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न की। लोगों को योग करवाया और सिखाया। करोड़ों लोग उनका अनुसरण कर खुद को योग से जोड़े हैं और खुद को निरोगी रख रहे हैं।