कोलंबिया में चुनावी मंच पर गोलियां चलीं: रैली के दौरान राष्ट्रपति उम्मीदवार मिगुएल उरीबे को सिर में मारी गई गोली, हालत गंभीर…

साउथ अमेरिका के देश कोलंबिया में लोकतंत्र पर गहरा हमला हुआ है। देश के प्रमुख राष्ट्रपति उम्मीदवार मिगुएल उरीबे पर उस समय जानलेवा हमला हुआ जब वे राजधानी बोगोटा में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। स्थानीय समयानुसार शनिवार शाम को हुए इस हमले में उरीबे को तीन गोलियां लगीं, जिनमें से एक उनके सिर में लगी है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमले के बाद शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी हैं। बोगोटा के मेयर कार्लोस गलान ने जानकारी दी कि हमला शहर के फोंतिबोन इलाके में हुआ।
हमलावर गिरफ्तार
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गोली चलाने वाला हमलावर महज 15 साल का किशोर है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अभी तक हमले के पीछे की मंशा और साजिश का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां हमलावर से पूछताछ कर रही हैं।
पार्टी का बयान और राजनीतिक हलचल
मिगुएल उरीबे की पार्टी सेंट्रो डेमोक्रेटिको, जो देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी है, ने इस हमले को लोकतंत्र के खिलाफ हिंसक साजिश बताया है। पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि रैली के दौरान उरीबे को पीठ में गोली मारी गई, और फिर गोलियां उनके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में भी लगीं।
कोलंबिया सरकार की प्रतिक्रिया
कोलंबिया के वर्तमान वामपंथी राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो की सरकार ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। सरकार ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ हिंसा का गंभीर कृत्य करार दिया है। बयान में कहा गया है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी और चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
उरीबे का पारिवारिक बैकग्राउंड: फिर दोहराया गया इतिहास
यह हमला उस दर्दनाक इतिहास को फिर से ताजा कर गया जब उरीबे की मां और कोलंबिया की मशहूर पत्रकार डायना टर्बे की 1991 में हत्या कर दी गई थी। डायना उस समय ड्रग माफिया के खिलाफ सक्रिय पत्रकारिता कर रही थीं और उन्हें पाब्लो एस्कोबार के कुख्यात मेडेलिन कार्टेल ने बोगोटा से अगवा कर लिया था। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
अब 34 साल बाद उसी शहर में उनके बेटे, जो लोकतांत्रिक राजनीति के रास्ते पर अग्रसर हैं, को निशाना बनाया गया है।
क्या 2026 का चुनाव खतरे में?
मिगुएल उरीबे को 2026 के राष्ट्रपति चुनावों में प्रमुख उम्मीदवारों में गिना जा रहा है। ऐसे में यह हमला न केवल एक व्यक्ति पर, बल्कि कोलंबियाई लोकतंत्र और चुनावी व्यवस्था पर हमला माना जा रहा है। फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है और चुनाव आयोग ने भी स्थिति की समीक्षा शुरू कर दी है।
डॉक्टरों की एक विशेष टीम उरीबे के इलाज में लगी हुई है और उनकी हालत को लेकर फिलहाल कोई निश्चित जानकारी नहीं दी गई है। देशभर से उनके जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थनाएं की जा रही हैं। इस बीच जांच एजेंसियों पर यह दबाव है कि हमले के पीछे की साजिश और मकसद को जल्द सामने लाया जाए।