सीजफायर के बाद रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस: कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने खोली पाकिस्तान के झूठ की पोल…

कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने  खोली पाकिस्तान के झूठ की पोल…
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नई दिल्‍ली: भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे तनाव के बाद आखिरकार शांति की ओर पहला कदम उठाया गया है। शनिवार शाम 5 बजे से दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू हो गया। इस ऐलान के तुरंत बाद रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार का जोरदार खंडन किया।

रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा गया:

प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत कमोडोर रघु आर. नायक ने की। उन्होंने कहा, "जैसा कि विदेश सचिव ने पहले ही स्पष्ट किया है, हम सभी सैन्य अभियानों को रोकने की सहमति पर पहुंच गए हैं। पिछले कुछ दिनों में जो घटनाएं घटीं, उनकी जानकारी हम पहले ही साझा कर चुके हैं।"

इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान की मिसइन्फॉर्मेशन कैंपेन को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसके जेएफ-17 फाइटर जेट्स ने भारत के ब्रह्मोस मिसाइल बेस और एस-400 डिफेंस सिस्टम को नुकसान पहुंचाया है। यह पूरी तरह से गलत और निराधार है।"

झूठी खबरें फैलाकर भ्रम फैला रहा पाकिस्तान:

कर्नल कुरैशी ने आगे बताया, "पाकिस्तान का यह भी दावा है कि उसने सिरसा, जम्मू, पठानकोट और भुज स्थित भारतीय एयरफील्ड्स पर हमला किया है। इसके अलावा उसने चंडीगढ़ और ब्यास स्थित गोला-बारूद डिपो को भी निशाना बनाने का झूठा प्रचार किया। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह सभी दावे मनगढ़ंत और पूरी तरह फर्जी हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान यह प्रचारित कर रहा है कि भारत ने मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया है, जो सरासर झूठ है। “हमारे ऑपरेशन्स बेहद सटीक और सैन्य ठिकानों तक सीमित रहे हैं,” उन्होंने कहा।

सीजफायर का ऐलान और आगे की बातचीत:

इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शाम 6 बजे घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा, "सीजफायर शनिवार शाम 5 बजे से प्रभावी हो गया है। अब दोनों देश न जमीन से, न समुद्र से और न ही आकाश से एक-दूसरे पर कोई सैन्य कार्रवाई करेंगे।"

इसके साथ ही यह भी बताया गया कि दोनों देशों के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) 12 मई को दोपहर 12 बजे बातचीत करेंगे, ताकि आगे की प्रक्रिया और निगरानी के तरीके पर चर्चा की जा सके।

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