ओड़िशा: HOD के यौन उत्पीड़न से तंग आकर आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत, AIIMS भुवनेश्वर में चल रहा था इलाज

HOD के यौन उत्पीड़न से तंग आकर आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत, AIIMS भुवनेश्वर में चल रहा था इलाज
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मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा सहित कई लोगों ने उसके निधन पर दुख व्यक्त किया है। छात्रा का पिछले तीन दिनों से एम्स में इलाज चल रहा था।

ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में यौन उत्पीड़न से परेशान होकर आत्मदाह करने वाली छात्रा अपनी जिंदगी की जंग हार गई। सोमवार - मंगलवार की रात एम्स भुवनेश्वर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा सहित कई लोगों ने उसके निधन पर दुख व्यक्त किया है। छात्रा का पिछले तीन दिनों से एम्स में इलाज चल रहा था। उसका 90 फीसदी शरीर जल गया था जिस कारण से लाख कोशिशों के बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका।

क्या है पूरा मामला?

बता दें, 20 वर्षीय छात्रा ने इस महीने के शुरू में अपने कॉलेज एक शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उसने इसकी शिकायत प्राचार्य दिलीप घोष से भी की थी लेकिन कॉलेज प्रशासन किसी प्रकार का एक्शन लेने की जगह छात्रा पर ही शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगा। इसे खुद प्रिंसिपल दिलीप घोष ने स्वीकार किया है उन्होंने बताया कि छात्रा 30 जून को मेरे पास शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए आई थी। मैंने उसे समझाया क्योंकि वो तनाव में थी। उसके शिकायत पर आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) जांच कर रही थी।

इसी महीने की 12 तारीख को किया आत्मदाह

छात्रा फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज, बालासोर के एकीकृत बीएड कार्यक्रम में द्वितीय वर्ष में पढ़ रही थी। कॉलेज में उसकी शिकायत पर किसी प्रकार का एक्शन नहीं होने से उसने 12 जुलाई को खुद को आग लगा ली। तीन दिनों के बाद उसकी मौत हो गई। छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। यहां बीजू जनता दल के कार्यकर्ताओं ने न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।

प्राचार्य दिलीप घोष व प्रोफेसर समीर कुमार साहू गिरफ्तार

घटना के बाद प्रशासन और पुलिस एक्शन में आई और पहले सहायक प्रोफेसर समीर कुमार साहू को गिफ्तार किया। विरोध बढ़ता देख निलंबित प्राचार्य दिलीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बीते दिन सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी छात्रा के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। इस दौरान उनके साथ ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कम्भंपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।

सीएम माझी ने जताया शोक

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बालासोर छात्रा आत्मदाह मामले की पीड़िता के निधन पर शोक व्यक्त किया और ट्वीट कर लिखा,- "FM ऑटोनॉमस कॉलेज की छात्रा के निधन की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। सरकार द्वारा सभी ज़िम्मेदारियों को निभाने और विशेषज्ञ चिकित्सा दल के अथक प्रयासों के बावजूद, पीड़िता की जान नहीं बचाई जा सकी। मैं उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और भगवान जगन्नाथ से उनके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। मैं मृतक छात्रा के परिवार को आश्वस्त करता हूं कि इस मामले में सभी दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। इसके लिए मैंने व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। सरकार परिवार के साथ पूरी तरह खड़ी है।"

उपमुख्यमंत्री ने की पीड़ित के परिजनों से मुलाकात

वहीं, ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और कहा, "जैसे ही हमें खबर मिली, हम उनके(पीड़िता) परिवार, डॉक्टरों और सभी से मिलने आए। यह बहुत दुखद है कि हम सब मिलकर भी उन्हें नहीं बचा सके। सरकार इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। पूरी जांच की जाएगी। इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

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