Home > टेक अपडेट > अब आपकी व्हाट्सएप ग्रुप चैट नहीं है सुरक्षित

अब आपकी व्हाट्सएप ग्रुप चैट नहीं है सुरक्षित

अब आपकी व्हाट्सएप ग्रुप चैट नहीं है सुरक्षित
X

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ग्रुप चैट भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। एक वेबसाइट वाइस.कॉम ने शुक्रवार को रिपोर्ट में खुलासा किया है कि सिर्फ एक गूगल सर्च के जरिए व्हाट्सएप के निजी ग्रुप चैट तक आसानी से न केवल पहुंचना संभव है, बल्कि उस ग्रुप के चैट की सामग्री (फोटो, वीडियो या ऑडियो) और सदस्यों के फोन नंबर तक हासिल किए जा सकते हैं।

दिलचस्प बात तो यह है कि चार महीनों से फेसबुक को इस बारे में जानकारी है। एक भारतीय हैकर ने अपने ट्वीट के जरिए फेसबुक को नवंबर 2019 में इसके बारे में सावधान किया था।

शायद उसने फेसबुक से कोई ईनाम पाने की लालसा में ऐसा किया था, लेकिन फेसबुक ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। फेसबुक ने टालने वाला जवाब देकर इस सवाल से मुंह मोड़ लिया।

सतर्कता नहीं बरतने पर निजी व्हाट्स एप ग्रुप चैट का लिंक गूगल सर्च पर इंडेक्स में चला जाएगा। दरअसल होता यह है कि जब किसी ग्रुप को बनाने वाला या उसका एडमिन ग्रुप के इनवाइट कोड, जो कि एक यूआरएल की शक्ल में होता है, को इंटरनेट या किसी सोशल नेटवर्किंग साइट पर साझा कर देता है।

उसके बाद गूगल अपनी सामान्य कार्यप्रणाली के तहत उन लिंक्स की (अगर सारी नहीं तो कुछ की) सर्च इंजन में इंडेक्सिंग कर देता है। इसके बाद वह व्हाट्स एप ग्रुप सर्च परिणामों में दिखने लगता है। इसके बाद कोई भी उस ग्रुप का हिस्सा बन जाता है।

इंटरनेट के समंदर में गूगल को हमेशा नए-नए यूआरएल की तलाश रहती है। ऐसे में यदि कोई व्हाट्स एप यूजर निजी चैट का यूआरएल लिंक सोशल मीडिया पर साझा करता है तो स्वाभाविक रूप से गूगल उसकी इंडेक्सिंग करेगा ही, क्योंकि गूगल की प्रोग्रामिंग ही इसी के लिए हुई है। अब यह सवाल लाजिमी है कि यूआरएल लिंक के जरिए किसी को भी निजी चैट में घुसने से रोकने में व्हाट्स एप कितना सक्षम है।

वेबसाइट वाइस.कॉम को जवाब देते हुए व्हाट्स एप के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे ग्रुप चैट के लिंक सर्च इंजन पर इंडेक्स कर ही दिए जाएंगे, किसी को भी पब्लिक फोरम पर चैट के लिंक साझा नहीं करने चाहिए।

व्हाट्स एप ने फिलहाल इस समस्या का मामूली समाधान निकाला है। गूगल के सर्च इंजन से निजी ग्रुप चैट के यूआरएल लिंक्स को हटा लिया है। अब गूगल सर्च पर पहले की तरह 'चैट.व्हाट्सएप.कॉम' टाइप करने पर कोई ग्रुप तक नहीं पहुंच पाएगा, क्योंकि चैट इनविटेशन लिंक में व्हाट्सएप ने 'नो इंडेक्स' मेटा टैग डाल दिया है।

अब परिणाम में दिखेगा 'आपका सर्च मैच नहीं कर रहा'। हालांकि इसे स्थायी समाधान नहीं कहा जा सकता, क्योंकि अन्य सर्च इंजन के इस्तेमाल से पहले जैसे ही परिणाम आएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि कम से कम व्हाट्सएप ने अपनी गलती स्वीकार कर समाधान निकालने की कोई सकारात्मक पहल तो की।

Updated : 23 Feb 2020 3:20 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top