मप्र के आधा दर्जन मंत्रियों की छिनेगी कुर्सी
सत्ता से संगठन में भेजने की हो रही तैयारी
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नई दिल्ली/विशेष प्रतिनिधि। मध्यप्रदेश कांग्रेस में बड़े ऑपरेशन की तैयारी हो गई है। करीब आधा दर्जन मंत्रियों का सत्ता से संगठन में भेजा जाना तय है। इसका रोडमैप कांग्रेस कोषाध्यक्ष अहमद पटेल और संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल बना रहे हैं। प्रभारी दीपक बाबरिया को राज्य के नेताओं से बातचीत कर ऐसे नाम तय करने को कहा गया है, जो संगठन के लिए लाभकारी साबित हों। बाबरिया को यह नाम दस दिन में देने को कहा गया है। कांग्रेस शासित राज्यों में करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब संगठन को नए सिरे से मजबूत करने की दिशा में काम तेज करने वाले हैं। पार्टीके शीर्ष नेताओं को लग रहा है कि विधानसभा चुनाव में जीत से भाजपा के खिलाफ व्यापक जनअसंतोष का आकलन गलत था। सत्ता में आने का कारण वह नहीं समझ पाए कि कांग्रेस को इसलिए चुना गया कि वहां कोई दूसरा विकल्प नहीं था। कांग्रेस में विधानसभा में जीत और लोकसभा में हार की फौरी समीक्षा के बाद पार्टी को राज्यों में संगठनात्मक रूप से मजबूत करने की जरूरत महसूस की गई और इसका मोर्चा अहमद पटेल, वेणुगोपाल में अपने हाथ में लिया है। सूत्र बताते हैं कि मप्र में कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष भी जल्द मिलने वाला है। सूत्रों के अनुसार मप्र में कई बड़े नेता सरकार का हिस्सा हो गए हैं। इसके अलावा कई बड़े चेहरे चुनाव हार गए हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व चाहता है कि उन नेताओं को संगठन में लाया जाना चाहिए, जो कार्यकर्ताओं और जनता के बीच लगातार स पर्क रखते हुए कांग्रेस को फिर खड़ा कर सकें। इसके लिए सरकार के मंत्रियों को भी संगठन में लाने का मन बनाया जा चुका है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व इस बार कोई रहमदिली नहीं दिखाना चाहता। यदि मंत्री अपना पद छोडऩे को राजी नहीं हुए तो उन्हें स ती से सरकार से हटाकर संगठन में लाया जाएगा। कांग्रेस को अंदाजा हो गया है कि स ती के बिना काम नहीं चलेगा। क्योंकि कैडर से गुट में बंटी कांग्रेस में हर खेमा मंत्री पद पर या तो खुद बना रहा चाहता है या फिर अपने करीबी को रखना चाहता है। इसके लिए छत्तीसगढ़ में भाजपा द्वारा लोकसभा में टिकट काटने का जो फार्मूला अपनाया गया, वहीं कांग्रेस भी करने जा रही है। कांग्रेस के एक नेता का कहना था कि संगठन को मजबूती देने के लिए स त निर्णय लेने में परहेज नहीं किया जाएगा। लिहाजा, माना जा रहा है कि मप्र कांग्रेस को बहुत जल्द प्रदेश अध्यक्ष समेत संगठन को दुरुस्त करने बड़ा फेरबदल सामने आ सकता है।
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