महा आर्यमन सिंधिया से स्वदेश की विशेष बातचीत
लोगों के चेहरे पर मुस्कान और प्रगति में ही है जीत
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ग्वालियर/राजीव अग्रवाल। सिंधिया राजवंश के युवराज महा आर्यमन सिंधिया ने अभी राजनीति में कदम नहीं रखा है, किंतु है अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव प्रचार में जरूर शामिल होते रहे हैं। वे यदा-कदा ग्वालियर आते हैं तो जरूर युवाओं से मिलकर संवाद करते हैं। 17 नवंबर 1995 को जन्मे श्री सिंधिया ने हाल ही में अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हांसिल की है। साथ ही इस समय वह मुंबई की बीसीसी कंपनी में इंटर्नशिप कर रहे हैं। इन दिनों महा आर्यमन सिंधिया ग्वालियर प्रवास पर हैं। विगत दिवस उन्होंने अपने मित्रों के साथ ग्वालियर व्यापार मेला घूमा और मंगलवार को भी किले का भ्रमण किया। रानी महल में नए साल की पूर्व संध्या पर स्वदेश से विशेष भेंट में उनसे लंबी चर्चा हुई।
सवालः लोकसभा चुनाव में आपके पिता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को हार का सामना करना पड़ा। इसे किस तरह लेते हैं?
महा आर्यमन सिंधियाः चुनाव आते जाते रहेंगे और जीत हार भी होती रहेगी। इसके कोई मायने नहीं है, हमारी जीत तो उसी में है कि प्रगति होती रहे और लोगों के चेहरे पर खुशी एवं मुस्कान दिखती रहे। इतना जरूर हो सकता है कि हम हर किसी को खुश नहीं कर सके हों।
सवालःक्या आप राजनीति में प्रवेश करने जा रहे हैं?
महा आर्यमन सिंधियाः यह सवाल अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं, लेकिन मैं अभी किसी भी माध्यम से कहीं भी रहूं,मेरी सोच ग्वालियर चंबल संभाग को खुशहाल एवं प्रगतिशील होते देखने की है। मैं अभी गुना शिवपुरी में ही ज्यादा घूमा हूं, अब मैं ग्वालियर चंबल अंचल के साथ ही प्रदेश का भी भ्रमण करूंगा। यह प्रदेश बेहद खूबसूरत है इसे आगे बढ़ाना होगा।
सवालः आप अभी जो कुछ भी कर रहे हैं वह राजनीति से हटकर हैं, क्या सभी लोगों को ऐसा करना चाहिए?
महा आर्यमन सिंधियाः जरूर जब विकास की बात आए तो सभी को परिवार भाव आगे रखकर काम करना चाहिए।सिर्फ राजनीति से सब कुछ नहीं हो सकता, मैं भी ग्वालियर आता हूं तो यह सोचूं कि कांग्रेस अच्छी है भाजपा बुरी है तो इससे काम नहीं चलेगा। कुछ काम निजी संबंध और परिवार भाव से भी होते हैं। इसी नाते में यहां संवाद करने आता हूं। यहां मैं सिर्फ कांग्रेस की बात कभी नहीं करता।वैसे देश में राजनीति भी अपने आप में एक समस्या है।
सवाल? आप जब जनता के बीच जाते हैं और लोगों से संवाद करते हैं तो आपके माता पिता और परिवार जन क्या पूछते हैं?
महा आर्यमन सिंधियाः परिवार जन बेहद खुश होते हैं और पूछते हैं तो मैं यही बताता हूं कि जनता के बीच काफी मजा आया। यही कारण है कि मैं देश और विदेश के दोस्तों को घुमाने ग्वालियर लाया हूं।
सवालः देश में आपको सबसे बड़ी समस्या क्या दिखाई देती है?
महा आर्यमन सिंधियाः देश की सबसे बड़ी समस्या शिक्षा है। साक्षरता होना अपना नाम लिखना और सही एवं गलत को पहचानना ही है। किंतु हमारे देश में शिक्षा की स्थिति ठीक नहीं है। यदि निजी विद्यालय की बात छोड़ दें तो क्या आप शासकीय विद्यालय में पढ़ना चाहेंगे। जबकि शिक्षा से ही लोग आगे बढ़ सकते हैं, इसे आगे बढ़ाना होगा।
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