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ग्वालियर दक्षिण के विधायक से 'स्वदेश' की विशेष चर्चा

कमलनाथ ने बदली प्रदेश की तस्वीर, मैं सगठन से निकला एक कार्यकर्ता

ग्वालियर दक्षिण के विधायक से स्वदेश की विशेष चर्चा
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सिंधिया बनें कांगेस के प्रदेश अध्यक्ष: प्रवीण पाठक

भोपाल/विनोद दुबे। प्रवीण पाठक मध्यप्रदेश में कांग्रेस के ऐसे युवा विधायक हैं जिन्हें आप दूर से देखेंगे तो बेहद हाई प्रोफाइल नेता लगेंगे पर उनको नजदीक से देखते हैं तो यह धारणा बदलती है। ग्वालियर दक्षिण भाजपा की परम्परागत सीट मानी जाती है, श्री पाठक ने यहीं से कांग्रेस को जीत दिलाई है। केंद्र एवं प्रदेश के सभी बड़े नेताओं के बेहद करीबी प्रवीण पाठक स्वयं को संगठन से निकले एक कार्यकर्ता मानते हैं। वह यह भी मानते हैं कि कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश का नक्शा बदलना तय है। साथ ही वह संगठन की बागडोर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिले ऐसा चाहते हैं। मप्र की विधानसभा में पहली बार पहुंचे विधायकों में एक मात्र ऐसे विधायक हैं, जो अपनी बात सदन में न केवल पूरी गंभीरता और सालीनता से रखते हैं। बल्कि सत्तापक्ष और विपक्ष उन्हें ध्यान से सुनता है। इतना ही नहीं उनके प्रश्नों को सदन के अध्यक्ष एन.पी.प्रजापति भी उतनी ही गंभीरता से लेकर उनके ज्यादातर प्रश्नों पर स्वयं व्यवस्था देकर मंत्रियों को निर्देशित भी करते हैं। 'स्वदेश' ने अलग-अलग विषयों को लेकर उनसे चर्चा की, जिसके उन्होंने पूरी जिम्मेदारी के साथ उत्तर भी दिए।

प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री कमलनाथ की सख्त और निर्णायक कार्यशैली के सवाल पर विधायक श्री पाठक ने कहा कि मप्र मेें कमलनाथ के नेतृत्व में जब कांग्रेस की सरकार बनी, तो एक लाख 83 हजार कर्जा पुरानी सरकार से हमें विरासत में मिला। वहीं मप्र में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के सवाल पर श्री पाठक कहते हैं कि यह विषय पूर्ण रूप से शीर्ष नेतृत्व के हाथ में है, उन्हें निर्णय लेना है। व्यक्तिगत मेरा मत है कि मप्र और देशभर में पार्टी का युवा चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। अगर उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाता है तो प्रदेश के युवाओं में नई ऊर्जा का संचार होगा। सदन में हंगामे के सवाल पर श्री पाठक ने कहा कि पक्ष-विपक्ष की बात नहीं, विधायक कोई भी बोलें दोनों ओर से शांतिप्रिय और धैर्य से सुना जाना चाहिए। लोगों ने बड़ी आशा और उम्मीदों से हमें चुना है। लाखों लोगों की भावनाएं हमसे जुड़ी हैं। हर व्यक्ति को स्पष्ट तौर पर आधिकारिक तौर पर यह अवसर मिलना चाहिए कि लोग उनको सुने। प्रदेश में सबसे छोटी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री पाठक ने कहा कि ये छोटी जीत मुझे मेरे दायित्वों का बोध कराती है। इस बात का ऐहसास कराती है कि मुझे गंभीरता के साथ अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाना है और उनका निराकरण भी कराना है। काफी लम्बे समय बाद कांग्रेस के किसी प्रत्याशी को ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल हुई है। मेरी प्राथमिकता पूरे ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में समानीकरण की भावना के साथ काम करने की है। क्षेत्रीय समस्याओं के सवाल पर श्री पाठक ने कहा कि विगत वर्षों में ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में 25 करोड़ के काम हुए। ग्वालियर पूर्व में 35 करोड़ के काम हुए वहीं ग्वालियर दक्षिण में सिर्फ ढाई करोड़ के काम हुए।

लालफीता शाही के विरुद्ध विधायिका सबसे बड़ा हथियार

श्री पाठक ने कहा कि कोई भी योग्य विधायक, कार्यपालिका और विधायिका का जिसे ज्ञान है। वो अपने ज्ञान के आधार पर विधायिका को सबसे बड़ा हथियार बना सकता है। अपनी सक्रियता के आधार पर अधिकतर कार्य जो लालफीता शाही के चलते अटक जाते हैं। अपनी कार्यकुशलता के आधार पर विधानसभा से उन सकारात्मक कार्यों को करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों को सौ प्रतिशत निराकरण सदन से मिलते हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुद भी विधानसभा की आश्वासन समिति का सदस्य हंू। इस कारण मुझे बेहतर तरीके से इसका लाभ मिल पाता है।

जयारोग्य में खुलेगी विधायक दवा बैंक

विधायक पाठक ने कहा कि जयारोग्य की व्यवस्थाओं के सुधार के लिए उन्होंने जो प्रयास किए, उसके परिणाम स्वरुप अस्पताल समूह का दक्षिण विधानसभा की ओर वाला वर्षों से बंद द्वार खुल सका। पहले अलग-अलग विभागों के पर्चें एक जगह बनते थे, मरीजों को 500-600 मीटर दूर जाना पड़ता था। इस अस्पताल में आर्थिक कमजोर लोग आते हैं। व्यवस्था यह कराई है कि जिस विभाग में जहां उपचार होता है, वहीं पर्चे भी बनेंगे और जांच भी वहीं होंगी। कुछ जांचों के लिए आज भी परिसर में एक किमी दूर तक जाना पड़ता है। उनके लिए परिसर में नि:शुल्क ई-एम्बूलेंस और रिक्शे भी चलवाए हैं। आने वाले समय में लोगों को इसका लाभ मिलेगा। हमारी अगली योजना अस्पताल परिसर में विधायक मेडीसिन बैंक खोलने की है। जिससे कई लोगों पर गरीबी रेखा कार्ड नहीं, लेकिन गरीब होते हैं, उन्हें नि:शुल्क दवाओं का लाम मिल सके।

Updated : 20 Dec 2019 12:24 PM GMT
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