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चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटों पर बन- बिगड़ रहे भाजपा कांग्रेस के समीकरण

मतदाता खामोशः भाजपा कांग्रेस में घमासान चरम पर

चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटों पर बन- बिगड़ रहे भाजपा कांग्रेस के समीकरण
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ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। प्रदेश में 15 वर्ष से काबिज शिवराज सिंह चौहान सरकार रहेगी या जाएगी,इसके लिए 28 नवंबर को मतदान होगा।वहीं चुनावी शोरगुल 26 नवंबर को सायं 5 बजे खत्म हो जाएगा। चुनाव प्रचार अभियान में भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक रखी है। दोनों ही दलों के बीच घमासान चरम पर आ पहुंचा है।ग्वालियर चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटों पर दोनों ही दल आमने-सामने हैं। वहीं बसपा और कुछ अन्य दल एवं निर्दलीय प्रत्याशी भी कुछ सीटों पर गणित बिगाड़ने की स्थिति में हैं।

जानकारी के अनुसार प्रदेश में 15 साल से सत्ता का वनवास भोग रही कांग्रेस के लिए इस बार करो या मरो की स्थिति है। यद्यपि उनके दल में जबरदस्त गुटबाजी के चलते टिकट वितरण हुआ। तो बागी भी सामने आ खड़े हुए हैं। लगभग यही हाल भाजपा में भी रहा। इस कारण दोनों ही दलों में बागी प्रत्याशियों ने मैदान में उतरकर कुछ सीटों के समीकरण गड़बड़ा दिए हैं।फिर भी यह दोनों दल ही मुख्य रूप से मुकाबले में आमने-सामने हैं।वर्तमान में ग्वालियर चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटों में से 20 पर भाजपा, 12 पर कांग्रेस और दो पर बसपा का कब्जा है। भाजपा जहां यही इतिहास दोहराना चाहती है,वहीं कांग्रेस ने भी जोर लगाकर इसके उलट परिणाम लाने की ठानी है। इसके लिए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया समूचे ग्वालियर-चंबल अंचल में जोरदार चुनावी सभाएं,रैली और रोड शो कर रहे हैं।वहीं भाजपा के कई बड़े नेता इन क्षेत्रों में आ चुके हैं।वहीं प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान समिति के संयोजक एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी भी पूरी ताकत से प्रचार अभियान की कमान संभाले हुए हैं।

राधौगढ़ः यहां से वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सुपुत्र जयवर्धन सिंह विधायक हैं,वे इस बार भी मैदान में है,उनका मुकाबला भाजपा के भूपेंद्र रघुवंशी से है।

दतियाःयहां से भाजपा के कद्दावर नेता डॉ नरोत्तम मिश्रा तीसरी बार भाग्य आजमा रहे हैं।वे विकास के बलबूते पर जनता के बीच हैं। वहीं उनके चिर-प्रतिद्वंदी कांग्रेस के राजेंद्र भारती उनके सामने हैं।

चाचौड़ाः यहां से भाजपा की मौजूदा विधायक ममता मीणा पुनः चुनाव मैदान में है, उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह से है।यही कारण है कि इन दोनों के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है।

लहारः कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. गोविंद सिंह यहां से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं, यह सीट भाजपा के लिए हमेशा ही चुनौती भरी रहती है। उनके सामने भाजपा ने एक बार फिर रसाल सिंह को मैदान में उतारा है।यहां भी रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है।

पिछोर ःकांग्रेस के कद्दावर नेता केपी सिंह लगातार चुनाव जीते आ रहे हैं।भाजपा ने यहां से प्रीतम सिंह लोधी को एक बार फिर उनके सामने खड़ा किया है। यह सीट भी भाजपा के लिए चुनौती भरी है।

भिंडः यहां से भाजपा ने अपना मौजूदा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह को बदलकर चौधरी राकेश सिंह को टिकटदिया है।ऐसे में श्री कुशवाह सपा के टिकट पर बागी होकर चुनाव मैदान में है। कांग्रेस से रमेश दुबे और बसपा से एक बार फिर संजय सिंह कुशवाह मैदान में है। इससे यह मुकाबला चतुष्कोणीय दिखाई दे रहा है।

मुरैनाः भाजपा ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मंत्री रुस्तम सिंह पर एक बार फिर भरोसा किया है। उनके सामने कांग्रेस से रघुराज कंसाना हैं, वहीं बसपा से बलवीर दंडोतिया और पिछली बार दूसरे स्थान पर रहे रामप्रकाश राजौरिया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

बम्होरीः यहां से भाजपा द्वारा पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल को टिकट नहीं दिए जाने पर वे निर्दलीय मैदान में हैं,जबकि भाजपा से ब्रजमोहन सिंह आजाद और कांग्रेस से महेंद्र सिंह सिसोदिया मैदान में हैं।

ग्वालियर पूर्वः यहां से भाजपा ने कैबिनेट मंत्री माया सिंह का टिकट काटकर सतीश सिंह सिकरवार को मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल से है, गोयल कांग्रेस से लगातार तीसरा चुनाव लड़ रहे हैं।इन दोनों के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है।

ग्वालियर दक्षिणः यहां से भाजपा ने प्रदेश के मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा को चौथी बार टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने युवा चेहरे प्रवीण पाठक को मैदान में उतारा है।ऐसे में इन दोनों के बीच मुख्य मुकाबला दिखाई दे रहा है। वहीं भाजपा और कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से खफा पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता भी निर्दलीय मैदान में हैं।

ग्वालियर ग्रामीणःयहां से भाजपा के भारत सिंह कुशवाह और कांग्रेस के मदन सिंह कुशवाह के बीच मुख्य मुकाबला है।कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर साहब सिंह गुर्जर ने हाथी की सवारी और वही बसदं के फूलसिंह वरैया भी मैदान में है।जिससे मुकाबला चतुष्कोणीय हो सकता है।

ग्वालियरः प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जयभान सिंह पवैया का मुकाबला एक बार फिर कांग्रेस के प्रदुम्न सिंह तोमर मैदान में हैं।दोनों के बीच कड़ा संघर्ष दिखाई दे रहा है।

डबराःयहां से कांग्रेस की इमरती देवी सुमन तीसरी बार भाग्य आजमा रही हैं,जबकि भाजपा ने नए चेहरे कप्तान सिंह सहसारी पर दांव खेला है। इसके अलावा दिनेश खटीक निर्दलीय और सत्यप्रकाशी परसेडि़या भी भाग्य आजमा रही हैं।

Updated : 30 Nov 2018 2:57 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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