UP का खतरनाक सीरियल किलर सोहराब फरार: एक ही दिन में की थी तीन हत्याएं, UPATS और दिल्ली पुलिस जांच में जुटी

एक ही दिन में की थी तीन हत्याएं, UPATS और दिल्ली पुलिस जांच में जुटी
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UP का खतरनाक सीरियल किलर सोहराब फरार

Serial Killer Sohrab : उत्तरप्रदेश। 20 साल पहले लखनऊ के एसएसपी आशुतोष पांडेय को एक फोन कॉल आया... कॉलर ने एसएसपी से कहा कि, अगले एक घंटे में तीन हत्याएं होंगी.. ढूंढ - ढूंढ कर मार दूंगा...बचा सकते हो तो बचा लो...।

इसके बाद हुसैनगंज, डालीगंज और मड़ियांव में एक के बाद एक तीन मर्डर हुए...ऐलान करके हत्या करने की यह सनसनीखेज वारदात अपनी तरह की पहली और आखिरी वारदात थी। ये हत्याएं की थीं कैंट में रहने वाले तीन भाई सलीम, रुस्तम और सोहराब ने। भाई की हत्या का बदला लेने के लिए हुए इस कांड के बाद से अपराध की दुनिया में तीनों का नाम सीरियल किलर के रूप में मशहूर हो गया।

सलीम, रुस्तम और सोहराब लंबे समय से जेल में बंद हैं और वहीं से अपनी अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। जानकारी सामने आई है कि, तीन सीरियल किलर भाइयों में से एक सोहराब फरार हो गया है। सोहराब तीन दिन की पैरोल पर तिहाड़ जेल से बाहर आया था। वो लखनऊ में पत्नी से मिला और फिर जेल वापस नहीं पहुंचा। दिल्ली पुलिस के साथ ही यूपी एसटीएफ उसकी तलाश कर रही है।

एक ही दिन में तीन हत्याएं करके कानून व्यवस्था को चुनौती :

साल 2005 में लखनऊ में एक ही दिन में तीन हत्याएं करके सीरियल किलर भाइयों ने कानून व्यवस्था को चुनौती दी थी। कुछ दिन पहले कोर्ट ने सीरियल किलर भाइयों में सबसे छोटे सोहराब को पैरोल दिया था। जेल से रिहा होने के बाद वह पत्नी से मिला। पैरोल अवधि तीन दिन पहले खत्म हुई लेकिन वह वापस जेल नहीं लौटा। इस पर तिहाड़ जेल से दिल्ली पुलिस को सूचना दी गई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूपी एसटीएफ से संपर्क किया। पिछले तीन दिन से दोनों टीमें तलाश में जुटी हैं।

दिल्ली से फरार हुआ है सोहराब :

एसटीएफ के एक अधिकारी ने सिर्फ इतना बताया कि, वो दिल्ली से फरार हुआ है। सपा सरकार हटने के बाद से तीनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश होते हैं। तिहाड़ जेल से तीनों अपने गिरोह को संचालित कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले सोहराब ने पैरोल के लिए कोर्ट में आवेदन किया था, जिसे मंजूरी मिल गई थी।

दिनदहाड़े ज्वेलरी शोरूम में डकैती :

एक साथ तीन हत्या करने के बाद सलीम, सोहराब और रुस्तम सीरियल किलर भाइयों के नाम से कुख्यात हो गए। तीनों ने अपराध की दुनिया में वसूली, हत्या, सुपारी किलिंग को अंजाम देना शुरू किया। दिल्ली में दिनदहाड़े ज्वेलरी शोरूम में डाका डाल दिया। सोहराब ने राजधानी में कई दुस्साहसिक वारदातों को अंजाम दिया था। वर्ष 2004 में रमजान के महीने में सलीम, सोहराब और रुस्तम के सबसे छोटे भाई शहजादे की हुसैनगंज इलाके में कुछ दबंगों ने हत्या कर दी थी। भाई की हत्या का बदला सलीम, सोहराब और रुस्तम ने ठीक एक वर्ष बाद उसी दिन लिया। जिस दिन उसके भाई शहजादे को मौत के घाट उतारा गया था। भाई के हत्यारों को एक घंटे के अंदर हुसैनगंज, खदरा और मड़ियांव इलाके में जाकर मौत के घाट उतार दिया था। इतना ही नहीं घटना को अंजाम देने से पहले तत्कालीन एसएसपी लखनऊ आशुतोष पांडेय के कार्यालय फोन कर धमकी दी थी।

तीनों सीरियल किलर भाइयों ने बसपा सरकार के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी और समाजसेवी सैफी की हत्या कर दी थी। सपा की सरकार आई तो अमीनाबाद में भाजपा पार्षद पप्पू पांडे की अपने खास गुर्गे सुनील शर्मा से हत्या करवा दी थी। हत्या के पीछे सिर्फ लखनऊ में खौफ को कायम रखने और रंगदारी बढ़ाने की मंशा थी।

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