यूपी में घुसपैठियों पर होगी 'सर्जिकल स्ट्राइक'

योगी सरकार ने प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए घुसपैठियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने का खाका तैयार कर लिया है। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सरकार घुसपैठियों के खिलाफ अभियान चला रही है।इस कदम से न केवल प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि प्रदेशवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से मिलेगा। इससे केवल पात्र व्यक्ति ही योजनाओं का लाभ उठा पाएंगे।
स्थानीय युवाओं का अधिकार और सुरक्षा मजबूत होगी
योगी सरकार घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें डिटेंशन सेंटर में शिफ्ट करेगी। इन डिटेंशन सेंटरों की सुरक्षा अभेद्य होगी, जिसे भेद पाना किसी के लिए भी नामुमकिन होगा। इस सख्त कदम से प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा।इस कदम से अपराधियों और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण आसान होगा। प्रदेश में अपराध की संख्या घटेगी और जो हक़ घुसपैठियों द्वारा छीना जा रहा है, वह स्थानीय युवाओं को वापस मिलेगा। साथ ही लोगों का सरकार की कार्यप्रणाली पर विश्वास भी बढ़ेगा।कानून-व्यवस्था में सुधार से प्रदेशवासियों की सुरक्षा और मजबूत होगी। सीएम योगी की सख्ती से अपराध का ग्राफ और नीचे आएगा। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सीमावर्ती जिलों में अवैध गतिविधियों पर भी पूरी तरह नियंत्रण रहेगा।
सरकारी योजनाओं का लाभ असली हकदारों तक पहुंचेगा
प्रदेश में घुसपैठियों की वजह से कई सरकारी योजनाओं का लाभ अपात्र लोग उठा रहे हैं। इनकी पहचान होने से योजनाओं का लाभ असली हकदारों तक पहुंचेगा। इससे सरकारी धन की बर्बादी रुकेगी और भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी।योगी सरकार के इस कदम से स्थानीय युवाओं और कामगारों के लिए रोजगार के अवसरों के नए रास्ते खुलेंगे। घुसपैठियों के खिलाफ उठाए गए कदमों से रोजगार की प्रतिस्पर्धा पारदर्शी होगी और स्थानीय युवाओं को रोजगार अधिक आसानी से और सुरक्षित तरीके से मिल सकेगा।
