खेत पर गूंजी खेती की बात, किसान पाठशाला का शुभारंभ

खेत पर गूंजी खेती की बात, किसान पाठशाला का शुभारंभ
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बाराबंकी के दौलतपुर में मुख्यमंत्री योगी ने खेत पर किसानों से किया सीधा संवाद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धरती माता हमारा पेट भरने के लिए अन्न उत्पन्न करती है, लेकिन इसका स्वास्थ्य भी ठीक रहना चाहिए। यदि स्वास्थ्य ठीक रहेगा, तो केवल मानव ही नहीं बल्कि पूरी सृष्टि सुरक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए वर्तमान में कई कार्यक्रम चल रहे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए नेशनल विजन ऑफ नेचुरल फार्मिंग अभियान के प्रयास इसी कड़ी का हिस्सा हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान की आमदनी बढ़ाने का पहला मंत्र है-लागत कम और उत्पादन ज्यादा। अन्नदाता किसान को समय पर बीज, खाद, सिंचाई की सुविधाएं और वैज्ञानिक पद्धतियों का सहयोग मिलने से यह संभव हो पाएगा।

किसान पाठशाला-8.0 का शुभारंभ

'खेती की बात खेत पर' कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रबी सत्र की किसान पाठशाला-8.0 का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने किसानों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपते हुए विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और स्वीकृति पत्र प्रदान किए।

प्रगतिशील किसानों में पंकज कुमार, संजय कुमार यादव, संतोष कुमार सिंह, अमित मिश्रा, चंद्रशेखर प्रजापति, गुरुदत्त सिंह, गुरतेग सिंह, दिनेश चंद्र वर्मा, राम इकबाल वर्मा, बबलू कश्यप और पद्मश्री किसान रामशरण वर्मा को सम्मानित किया गया। देशराज, दिनेश प्रताप सिंह, धीरेंद्र वर्मा, अजय कुमार वर्मा तथा अखिलेश कुमार को विभिन्न प्रकार के अनुदान के चेक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदान किए।

खेती और तकनीक पर विस्तृत चर्चा

खेत पर पहुंचकर किसानों से सीधे संवाद करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश की कृषि प्रगति, बहु-फसली खेती, तकनीकी नवाचार, एमएसपी व्यवस्था की पारदर्शिता और किसानों की आय वृद्धि के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की। प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया गया और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक व स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।

इस अवसर पर प्रदर्शनी में उन्नत किस्मों की फसलें, सब्जियां, कृषि यंत्र और एफपीओ आधारित नवाचारों का अवलोकन किया गया। दौलतपुर की उन्नत खेती के मॉडल को प्रदेश के अन्य जनपदों के लिए प्रेरणा बताया गया। किसान पाठशाला के आठवें संस्करण का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी ने फीता काटकर किया।

प्रमुख गणमान्य उपस्थित

कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, राज्य मंत्री कारागार सुरेश राही, राज्यमंत्री खाद्य एवं रसद सतीश चंद्र शर्मा, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, कुर्सी के विधायक साकेन्द्र प्रताप वर्मा, हैदरगढ़ के विधायक दिनेश रावत, रुदौली के विधायक रामचंद्र यादव, अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, बाराबंकी की जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, विधान परिषद सदस्य अंगद सिंह इंजीनियर, अवनीश कुमार सिंह, पूर्व सांसद व भाजपा प्रदेश महामंत्री प्रियंका रावत, पूर्व सांसद उपेंद्र रावत, इफको उपाध्यक्ष बलबीर सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार तथा प्रमुख सचिव (कृषि) रवीन्द्र कुमार सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

लघु और सीमांत किसान प्रदेश का असली सोना: पद्मश्री रामशरण वर्मा

योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्यों का स्वागत करते हुए पद्मश्री किसान रामशरण वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ किसानों की खेती देखने उनके फार्म पर आए। उन्होंने लघु और सीमांत किसानों को प्रदेश का असली सोना बताते हुए कहा कि किसानों की आय में वृद्धि को विकसित उत्तर प्रदेश के संकल्प की आधारशिला माना जाता है। वर्मा ने किसानों को मिल रही सुविधाओं और अनुदान के लिए सरकार का धन्यवाद किया और अपनी आर्थिक उन्नति का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को दिया। उन्होंने किसानों से बाजार की मांग के अनुरूप खेती पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

बाराबंकी बना मॉडल उदाहरण

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यह पहला अवसर है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री किसान के खेत पर किसानों की खेती के विषय में बात करने आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से यह प्रयास नए आयाम की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि दौलतपुर गांव में किसान विभिन्न फसलें जैसे केला, आलू, टमाटर, सरसों, गन्ना और गेहूं उगाकर अपनी जमीन से भरपूर लाभ कमा रहे हैं। बहु-फसली खेती और नई तकनीक से कृषि परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। यहां किसान केवल एक फसल तक सीमित नहीं हैं और इस तरह की उन्नत खेती अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन रही है।

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