सीतापुर पत्रकार हत्याकांड: दो शूटरों का STF ने किया एन्काउंटर, कुख्यात बदमाश आशीष रंजन ढेर

दो शूटरों का STF ने किया एन्काउंटर, कुख्यात बदमाश आशीष रंजन ढेर
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Sitapur STF Encounter : सीतापुर। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड के दो मुख्य शूटरों को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गुरुवार 7 अगस्त को पिसावा थाना क्षेत्र में मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकुर अग्रवाल ने बताया कि STF और सीतापुर पुलिस को शूटरों की गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसके आधार पर पिसावा इलाके में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान बाइक सवार दो शूटरों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।

जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटरों को गोली लगी और उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ में मारे गए शूटरों की पहचान राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील खान के रूप में हुई। दोनों सगे भाई थे और इनके पिता मुस्लिम, जबकि मां हिंदू थीं। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

8 मार्च 2025 को लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हेमपुर ओवरब्रिज के पास इन दोनों शूटरों ने पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की बाइक रोककर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। जांच में पता चला कि इस हत्या की साजिश कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर ने रची थी। राघवेंद्र ने पुजारी को मंदिर परिसर में किसी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, जिसके कारण पुजारी को डर था कि वह इस बात को सार्वजनिक कर सकता है।

इस डर से पुजारी ने दो शूटरों को सुपारी देकर राघवेंद्र की हत्या करवा दी। पुलिस ने इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता शिवानंद बाबा समेत तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने 32 बोर की पिस्टल, एक कार्बाइन, और एक बाइक बरामद की है।

झारखंड के कुख्यात बदमाश आशीष रंजन का भी अंत

इसी बीच यूपी STF ने एक अन्य मुठभेड़ में झारखंड के कुख्यात इनामी बदमाश आशीष रंजन को भी देर रात मार गिराया। धनबाद पुलिस ने आशीष पर चार लाख रुपये का इनाम रखा था। मुठभेड़ स्थल से एक AK-47 राइफल, एक पिस्टल, 9 एमएम के तीन दर्जन कारतूस, और एक बाइक बरामद हुई।

आशीष रंजन पर झारखंड में हत्या, रंगदारी, और फिरौती जैसे कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। वह धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या का भी आरोपी था और उसने एक वायरल वीडियो में इस हत्या की जिम्मेदारी भी कबूल की थी। STF की इस कार्रवाई को अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।

चार महीने पहले किया था पत्रकार पर हमला

एक हिंदी दैनिक अखबार के क्षेत्रीय संवाददाता और RTI कार्यकर्ता राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए थे। 8 मार्च 2025 को हेमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर बाइक सवार हमलावरों ने उनकी बाइक को टक्कर मारकर उन्हें रोका और तीन गोलियां मारकर हत्या कर दी। गोली उनके कंधे और सीने में लगी थी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और राघवेंद्र को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो चुकी थी।

पुलिस ने हत्या के बाद दो संदिग्धों की तस्वीरें जारी की थीं और प्रत्येक पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। इस हत्याकांड के बाद पत्रकार समुदाय और विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला था।

पुलिस और STF की कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि हत्याकांड के बाद से ही STF और सीतापुर पुलिस शूटरों की तलाश में जुटी थी। गुरुवार तड़के शूटरों की लोकेशन की पुख्ता जानकारी मिली, जिसके बाद पिसावा क्षेत्र में चेकिंग शुरू की गई। शूटरों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन STF और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों मारे गए। इस मुठभेड़ को सीतापुर पुलिस, STF, और SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त कार्रवाई के रूप में अंजाम दिया गया। मौके पर मौजूद एसपी अंकुर अग्रवाल ने मुठभेड़ स्थल का निरीक्षण किया और टीम को बधाई दी।

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