देश के सबसे बड़े वार्षिक धार्मिक मेले का काउंटडाउन शुरू

3 जनवरी से शुरू होगा आस्था का यह महापर्व, स्वच्छता, सुरक्षा और सुगमता पर जोर
कुंभ नगरी प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर हर साल माघ मास में लगने वाला देश का सबसे बड़ा वार्षिक धार्मिक मेला माघ मेला इस बार भव्य रूप से आयोजित होने जा रहा है। संगम किनारे इसकी शुरुआत गंगा पूजन के साथ हुई।
इस बार के माघ मेले में देश-दुनिया से करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। माघ मेले की इस बार की थीम हैृ- “सुगम, सुरक्षित, स्वच्छ और सुलभ”।प्रयागराज प्रशासन ने माघ मेले के सकुशल आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। त्रिवेणी संगम के बीच वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगा पूजन संपन्न हुआ और माँ गंगा से माघ मेला सकुशल और निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराने की कामना की गई।
इस अवसर पर मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, पुलिस आयुक्त जोगेन्द्र कुमार, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, मेलाधिकारी/प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ऋषि राज, नगर आयुक्त सीलम सई तेजा और अन्य अधिकारी एवं संत मौजूद रहे।
भव्य और सुव्यवस्थित आयोजन के लिए तैयारी
मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुसार माघ मेला स्वच्छ, सुगम, सुलभ और सुरक्षित रूप से आयोजित किया जाएगा। इसके लिए मेला क्षेत्र को 7 सेक्टरों में विभाजित कर 800 हेक्टेयर भूमि का आवंटन किया गया है।
इस बार के माघ मेले में पुराने अनुभवों से सीख लेकर कई नई व्यवस्थाएं की गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए कम से कम चलना पड़े, पार्किंग सुव्यवस्थित हो, भीड़ प्रबंधन बेहतर हो, ट्रैफिक का सुचारु संचालन हो और नेटवर्किंग की अच्छी व्यवस्था हो- इसके लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। माघ मेला 2026 महाकुंभ 2025 के बाद पहला माघ मेला है, इसलिए इसमें कई अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं।
