लखनऊ में 32,000 स्काउट्स और गाइड जुटेंगे, ओडीओपी, नवाचार और संस्कृति का होगा संगम

लखनऊ में 32,000 स्काउट्स और गाइड जुटेंगे, ओडीओपी, नवाचार और संस्कृति का होगा संगम
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मुख्यमंत्री योगी ने किया जंबूरी स्थल का निरीक्षण, विश्व स्तरीय व्यवस्था करने के दिए आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को 19वें भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के जंबूरी की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 'विश्वस्तरीय व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही की कोई गुंजाइश न रहे।' उन्होंने जंबूरी में शामिल होने वाली महिला कैडेट्स की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने आवास, स्वच्छता, सुरक्षा, भोजन, स्वास्थ्य सुविधाओं और डिजिटल कनेक्टिविटी तक हर व्यवस्था को सर्वोत्तम मानक के अनुरूप तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने स्काई साइक्लिंग और जिपलाइन एडवेंचर का विशेष प्रदर्शन भी देखा और इसकी सराहना की।

निरीक्षण के दौरान उनके साथ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, प्रभात कुमार (सेवानिवृत्त आईएएस), राज्य मुख्य आयुक्त, स्काउट्स एंड गाइड्स और डीएम लखनऊ विशाख जी मौजूद रहे।

आयोजन और उद्देश्य

यह आयोजन 23 से 29 नवंबर तक वृंदावन कॉलोनी स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित होगा। 61 वर्षों के अंतराल के बाद उत्तर प्रदेश इस प्रतिष्ठित डायमंड जुबिली संस्करण की मेजबानी कर रहा है, जो राज्य के लिए ऐतिहासिक क्षण है।जंबूरी में देशभर से आए कैडेट 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना प्रदर्शित करते हुए उत्तर प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और विविध व्यंजनों का अनुभव करेंगे। यह आयोजन लखनऊ में रोजगार सृजन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जहां हजारों श्रमिकों, ठेकेदारों और छोटे विक्रेताओं को अवसर मिल रहे हैं।

प्रमुख आकर्षण

उत्तर प्रदेश की संस्कृति, तकनीक और हस्तशिल्प प्रदर्शित करने वाला विशाल प्रदर्शनी क्षेत्र।

100 से अधिक स्टॉल, जिसमें ओडीओपी, रोबोटिक्स व इलेक्ट्रॉनिक्स डिस्प्ले, और नेडा का सोलर पवेलियन शामिल हैं।

प्लानेटेरियम, एआई जोन और वाराणसी, बुंदेलखंड एवं प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की सांस्कृतिक झलक और व्यंजन अनुभव।

व्यवस्थाएँ

जंबूरी परिसर 300 एकड़ में फैला है और इसे 32,000 प्रतिभागियों और 3,000 स्टाफ सदस्यों के लिए तैयार किया जा रहा है।

नेपाल, श्रीलंका, भूटान, अफगानिस्तान सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र के कई देशों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे, जिससे इसका अंतरराष्ट्रीय महत्व और बढ़ जाता है।

परिसर में 16 जर्मन हैंगर, 600 वाटर टैंक, 30 आरओ प्वाइंट, 2,200 से अधिक शौचालय, 100 किचन और चार केंद्रीय रसोईघर स्थापित किए जा रहे हैं।

3,500 क्षमता वाला कॉन्फ्रेंस हॉल, अस्थायी पुलिस स्टेशन और 11 फायर टेंडर सुरक्षा और अनुशासन सुनिश्चित करेंगे।

कैडेट अपने प्रवास के दौरान अपने परिवारों से जुड़े रह सकें, इसके लिए समर्पित मोबाइल टावर भी स्थापित किए जा रहे हैं।

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