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प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा मणिपुर : शाह

गृहमंत्री शाह ने रानी गैदिनलिउ आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का भूमिपूजन किया

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा मणिपुर : शाह
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नईदिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि पिछले 5 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री बिरेन सिंह की जोड़ी के नेतृत्व मणिपुर में बहुत समय बाद शांतिकाल आया है और मणिपुर आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हमारी पार्टी ने सारे वादे पूरे किए हैं कि अब कोई हड़ताल, बंद और ब्लॉकेड नहीं होगा। एक समय में मणिपुर में कई हथियारबंद समूह आतंक फैलाते थे और कई मामलों में शासन भी उनके साथ लिप्त होता था।

शाह ने वर्चुअल माध्यम से मणिपुर में रानी गैदिनलिउ आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रानी मां गैदिनलिउ आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय के भूमिपूजन का अवसर मुझे मिला है और ये एक ऐसा पवित्र काम है जिसके माध्यम से सैकड़ों सालों तक हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का जज़्बा, देशभक्ति और उनके कार्यों की सुगंध आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचेगी।

शाह ने कहा कि मणिपुर के अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने प्रदेश में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़कर अपने देश का परचम ऊंचा करने का काम किया। उन्होंने कहा कि अंडमान-निकोबार के माउंट हैरियट पर मणिपुर के महाराजा कुलचंद्र सिंह और उनके साथियों को वहां सालों तक कैद रखकर कालापानी की सजा दी गई। आजादी के आंदोलन में मणिपुर के महाराजा कुलचंद्र सिंह ने अपने साहस व पराक्रम से पूर्वोत्तर में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई की शुरूआत की जिसके लिए उन्हें काला पानी की सजा भी हुई। उनकी स्मृति में माउंट हैरियट का नाम बदलकर माउंट मणिपुर करके महाराजा कुलचंद्र सिंह और मणिपुर के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धाजलि देने का काम किया गया है।

गृह मंत्री ने कहा कि ये वर्ष हमारी आजादी के अमृत महोत्सव का वर्ष है और अभी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के दिन हर वर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाकर देश की संस्कृति की रक्षा और देश की स्वतंत्रता के लिए आदिवासी समाज के योगदान को गौरव प्रदान करने का काम किया है। आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में हम 15 से 22 नवंबर तक पूरा सप्ताह आदिवासी गौरव सप्ताह के रूप में मना रहे हैं।

Updated : 24 Nov 2021 9:26 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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