हिमाचल में नहीं थम रही कांग्रेस की मुश्किल, मुख्यमंत्री के बाद मंत्री पद के लिए घमासान शुरू

शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के गठन के एक हफ्ते बाद भी कैबिनेट का गठन नहीं हो पाया है। कांग्रेस में कैबिनेट को लेकर घमासान जारी है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात के दौरान कैबिनेट के संभावित नामों पर चर्चा की। 17 दिसंबर को राजस्थान से लौटने के बाद सुक्खू एक बार फिर राजीव शुक्ला के साथ कैबिनेट को लेकर चर्चा करेंगे और अंतिम मंजूरी के लिए हाईकमान को भेजेंगे। 18 दिसंबर को कैबिनेट में शामिल मंत्रियों का ऐलान होने की उम्मीद है। जातीय व क्षेत्रीय संतुलन को देखते हुए कैबिनेट का गठन किया जाएगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की तैनाती के बाद अब अधिकतम 10 मंत्री बनाए जाने हैं। धनीराम शांडिल वरिष्ठता का हवाला देते हुए उपमुख्यमंत्री पद के लिए अड़े हुए हैं। हालांकि उनका मंत्रिमंडल में स्थान लगभग तय माना जा रहा है।
फिलहाल शिमला जिले से रोहित ठाकुर, विक्रमादित्य सिंह, अनिरुद्ध सिंह और कुलदीप राठौर मंत्री की रेस में हैं। हालांकि शिमला जिला से दो ही मंत्री चुने जाने हैं। जिस तरह की खींचतान शिमला जिले को लेकर चल रही है, उससे यहां दो मंत्री और एक को स्पीकर या डिप्टी स्पीकर बनाया जा सकता है।15 विधानसभा सीटों वाले कांगड़ा जिला से कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 10 सीटें जीती हैं। ऐसे में इस जिले से अधिकतम तीन मंत्री तय माने जा रहे हैं। चंद्र कुमार और सुधीर शर्मा के अलावा संजय रत्न, केवल सिंह पठानिया और आशीष बुटेल भी मंत्री की रेस में हैं।सिरमौर जिला से हर्षवर्धन चौहान, चंबा जिले से कुलदीप पठानिया, सोलन से धनीराम शांडिल व राम कुमार में से एक, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, बिलासपुर जिला से राजेश धर्माणी और कुल्लू जिला से सुंदर सिंह ठाकुर को मंत्री पद मिल सकता है। इन्हीं में से स्पीकर या डिप्टी स्पीकर की तैनाती की जानी है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले कांग्रेस के सभी विधायक
हिमाचल कांग्रेस के सभी नवनिर्विाचित विधायकों ने गुरुवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू व प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह की अगुवाई में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। इस दौरान विधायकों ने विधानसभा चुनाव का फीडबैक भी दिया। बाद में कांग्रेस के सभी विधायक दिल्ली से वोल्वो बस में सवार होकर राजस्थान के लिए रवाना हो गए हैं। शुक्रवार को सभी विधायक राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में पैदल चलेंगे।
