रायसेन जिले के प्रतापगढ़ पहुंचे राज्यपाल: वर्ष 2022 में होली की रात हुई सांप्रदायिक हिंसा में पीड़ित आदिवासी परिवार को प्रदान की संबल किट

रायसेन/प्रतापगढ़, 19 अप्रैल: मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने आज प्रतापगढ़ में आयुध रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित “संविधान गौरव सम्मान” समारोह में वर्ष 2022 में खमरिया पौड़ी गाँव में होली की रात हुई सांप्रदायिक हिंसा में शहीद हुए सदस्य‑परिवारों को संबल किट सौंपकर मध्यप्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहायता और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो, सामाजिक कार्यकर्ता कुंवर राजप्रताप सिंह, स्थानीय जनप्रतिनिधि व नागरिकगण भी उपस्थित रहे।
वर्ष 2022 में हुई थी सांप्रदायिक हिंसा
18 मार्च 2022 को खमरिया पौड़ी गाँव में आदिवासी और मुस्लिम समुदाय के दो पक्षों के बीच एक मामूली विवाद तेज होते‑तेज होते भयावह दंगे में बदल गया था। उग्रड़ घटना में दोनों तरफ से लाठी-डंडे, कुल्हाड़ियों का प्रयोग हुआ और अचानक एक गोलीबारी ने राजू नामक एक आदिवासी युवक की मौके पर जान ले ली। अस्पताल में इलाज के दौरान एक और युवक हरिराम की भी मौत हुई, जबकि करीब 50 लोग घायल हुए थे। उस काली रात की स्मृतियां आज भी गाँव वालों के मन में ताज़ा हैं।
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रतिभाओं का सम्मान
आयुध रिसर्च फांउनडेशन द्वारा आयोजित संविधान गौरव सम्मान समारोह में खमरिया हिंसा पीड़ितों के अलावा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समाज के 20 ऐसे निस्वार्थ कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाई है। राज्यपाल ने इन “स्थानीय नायकों” की महत्ता बताते हुए कहा कि इनके प्रयासों से समुदाय को सशक्त बनाने में मदद मिली है।
