राजधानी में लव जिहाद के खिलाफ सकल हिंदू समाज ने दिया धरना

राजधानी में लव जिहाद के खिलाफ सकल हिंदू समाज ने दिया धरना
X

राजधानी के जिलाधीश कार्यालय के समक्ष मॉडल खुशबू अहिरवार के परिवार ने प्रदर्शन किया। इस आयोजन को ‘न्याय प्रदर्शन’ का नाम दिया गया था। कार्यक्रम सकल हिंदू समाज के नेतृत्व में आयोजित किया गया। परिवार ने पुलिस जांच से असंतुष्ट होने का आरोप लगाते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग उठाई।

समाज के भोपाल महानगर संयोजक सूरज खरे ने बताया कि आरोपी कासिम अहमद ने राहुल का नाम लेकर मॉडल खुशबू अहिरवार से दोस्ती की थी। उसे झांसा दिया गया था कि वह दुबई आता-जाता है और अपने सम्पर्कों के जरिए वहां उसे मॉडलिंग का काम दिला देगा। यह सुनियोजित तरीके से चल रहा लव-जिहाद है। आरोपी उसे अरब देशों में बेचने की तैयारी कर रहा था। इससे पहले मॉडल की मौत हो गई। उसके शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए।

पुलिस के अधिकारी तकनीकी कारण बताकर लव-जिहाद जैसे गंभीर मामले को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर कार्यालय से एडीएम और पुलिस के अधिकारियों ने ज्ञापन लिया। पीड़ित परिवार को यकीन दिलाया गया कि उनके परिवार और दो बेटियों की सुरक्षा का इंतजाम किया जाएगा।

ये था मामला

मूलतः विदिशा जिले के मंडी बामोरा निवासी खुशबू अहिरवार उर्फ़ खुशी, भोपाल के छोला मंदिर स्थित एक मल्टी में रहती थी और मॉडलिंग का काम करती थी। उसकी पहचान शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र स्थित शमीम मंजिल के पीछे रहने वाले कासिम अहमद से हुई। कासिम अहमद निशातपुरा स्थित करोद में कैफे चलाता था। वहीं उसकी खुशबू से पहचान हुई।

कासिम अहमद, जो मूलतः उज्जैन का रहने वाला है, दुबई में काम करने के बाद भोपाल में व्यापार करने लगा था और दुबई से सामान भी लाता था। मॉडल उसके पास तीन-चार महीने से लिव-इन में रहने लगी थी।

आरोपी 09 नवंबर की रात मॉडल के साथ बस से लौट रहा था। तभी खुशबू की तबीयत बिगड़ गई और आरोपी उसे बस से उतारकर चिरायु अस्पताल ले गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर पुलिस को सूचना दी। 10 नवंबर को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गर्भवती होने के साथ पॉलीफियन ट्यूब फटने से मौत होने का कारण बताया गया।

11 नवंबर की रात लगभग नौ बजे जीरो पर प्रकरण दर्ज करके केस डायरी छोला मंदिर थाने को भेजी गई। इससे पहले बजरंग दल और परिजनों ने थाने का घेराव कर हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग की थी। खजूरी सड़क थाना पुलिस का कहना है कि ब्लड, डीएनए और बिसरा रिपोर्ट मिलने के बाद ही वह परिजनों की मांग को लेकर ठोस निर्णय पर पहुँच सकेगी।

Next Story