नेशनल हेराल्ड केस: BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडे शर्मा बोले - कांग्रेस की ही सरकार में दर्ज हुआ था मामला

BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडे शर्मा
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने - सामने हैं। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ता ईडी दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन और ईडी द्वारा चार्जशीट दायर किए पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा - कांग्रेस की ही सरकार में मामला दर्ज हुआ था।
वीडी शर्मा ने कहा - "कांग्रेस हमेशा से झूठ और छल की राजनीति करती है। चोरी और ऊपर से सीना जोरी। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी का नाम चार्जशीट में आना पूरी तरह तकनीकी मामला है। इस मामले की शुरुआत 2012 में हुई थी। उस समय कांग्रेस की सरकार थी। अदालत ने इस मामले की सुनवाई अक्टूबर में शुरू की थी। 2013 केस दर्ज हुआ। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं थी। यह स्ट्रेटेजी किसने की यह तो कांग्रेस ही बातएं। जिनके नाम चार्जशीट में आए हैं उनके खिलाफ कॉन्सपिरेसी करने वाला आखिर कौन था। यह मामला पहले ही दायर किया जा चुका था।"
"तकनीकी दृष्टिकोण से देखें तो यह बड़ा ही विचित्र मामला है। वह कंपनी जिस पर 90 करोड़ रुपए का कर्ज था वह हजारों करोड़ रुपए की संपत्ति वाली कंपनी में तब्दील हो गई। इसके 76 प्रतिशत शेयर राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पास था। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि, इसकी स्थापना पंडित नेहरू ने की थी। जिनके पास शेयर था उन्होंने यह भी कहा था कि, बिना किसी चर्चा के शेयर ट्रांसफर हो गए।"
"एक अखबार जिसे कांग्रेस ने शुरू किया था वह कैसे घाटे में चला गया। 1937 में शुरू हुए इस अखबार में 5 हजार लोग शेयर धारक थे। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अख़बार को फण्ड दिया। कंपनी ने कर्जा लौटने से मना कर दिया। क्या पार्टी किसी प्राइवेट इन्टीटी को फंड दे सकती है। इस कंपनी के 90 प्रतिशत शेयर यंग इंडिया को दे दिए गए। यह एक चैरिटेबल संस्था है लेकिन चैरिटी क्या करती है यह किसी को पता नहीं।"
"जिस अखबार की स्थापना देश की आजादी में लड़ने वाले लोगों की आवाज को मजबूत करने के लिए की गई थी, उसे गांधी परिवार ने निजी व्यवसाय में बदल दिया और अपने लिए ATM बना लिया। 76 प्रतिशत शेयर मां - बेटे के कैसे हो गए यह जवाब तकनीकी रूप से उन्हें देना चाहिए। मामला अब अदालत में है।"
"प्रदर्शन करने के अधिकार को मैं चुनौती नहीं दूंगा लेकिन भ्रष्टाचार और परिवारवाद के लिए प्रदर्शन। यह अख़बार देश की आवाज के लिए बना था लेकिन यह एक परिवार की संपत्ति कैसे बन गया। काले को सफ़ेद करने का यह माध्यम बन गया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कभी यह नहीं देखा कि आरोपी कौन है। कांग्रेस यह देखती है कि व्यक्ति मेरा है या किसका है।"