MP News: कैबिनेट की बैठक में नहीं पहुंचे मंत्री विजय शाह, कर्नल कुरैशी पर विवादित बयान के बाद सरकार ने बनाई दूरी

कैबिनेट की बैठक में नहीं पहुंचे मंत्री विजय शाह
मध्यप्रदेश। डॉ. मोहन यादव की सरकार मंत्री विजय शाह से दूरी बनाती नजर आ रही है। इंदौर के राजबाड़ा में हो रही ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक से मंत्री विजय शाह गैरमौजूद रहे। इंदौर में यह बैठक शुरू हो गई है लेकिन मंत्री विजय शाह इस मीटिंग में मौजूद नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि, कैबिनेट की बैठक का एजेंडा भी मंत्री विजय शाह को नहीं बताया गया। वे इस समय कहां है इसकी कोई जानकारी भी सामने नहीं आई है।
सोमवार को मंत्री विजय शाह के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। अदालत ने मंत्री विजय शाह को गिरफ्तारी से राहत देते हुए जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। इस एसआईटी में तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री विजय शाह की माफी नामंजूर करते हुए उन्हें जांच में सहयोग देने का आदेश दिया था।
बता दें कि, मंत्री विजय शाह केस में जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है। एसआईटी में IG सागर जोन प्रमोद वर्मा, डीआईजी SAF कल्याण चक्रवर्ती और डिंडौरी एसपी वाहिनी सिंह शामिल है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मंत्री विजय शाह की माफी नामंजूर करते हुए SIT गठन के आदेश दिए थे। DGP कैलाश मकवाना ने देर रात एसआईटी का गठन किया।
आईपीएस प्रमोद वर्मा : 2001 के आईपीएस अधिकारी प्रमोद वर्मा सागर रेंज के IG हैं। फरवरी 2018 में उन्हें यह जिम्मेदारी मिली थी। वहीं 2022 में उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया था।
डीआईजी कल्याण चक्रवर्ती : 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी डीआईजी कल्याण चक्रवर्ती भोपाल PHQ में SAF हैं। वे दतिया और खरगोन के एसपी रह चुके हैं। 2020 में उन्हें सीबीआई में SP भी बनाया गया था।
डिंडौरी एसपी वाहिनी सिंह : 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी डिंडौरी एसपी वाहिनी सिंह मूल रूप राजस्थान की रहने वाली हैं। वे पहले निवाड़ी जिले में एसपी रह चुकी हैं। वाहिनी सिंह की पहचान एक सख्त हुए ईमानदार पुलिस अधिकारी के रूप में है।
मंत्री विजय शाह केस में जांच के लिए SIT का गठन, इन तीन वरिष्ठ IPS अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी
