प्रभारी मंत्री को अपने ही जिले की समस्या की जानकारी नहीं, 42 सवालों में 34 बार बोलीं ‘दिखवाएंगे’

नीमचः मध्य प्रदेश के नीमच शहर से चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया जिले के अधिकांश मुद्दों से अनजान नजर आईं।
दरअसल, बीजेपी सरकार के दो साल के विकास कार्यों को गिनाने के लिए प्रेस मीट बुलाई गई। यह प्रेसवार्ता 32 मिनट चली। इसमें पत्रकारों ने 42 सवाल पूछे, जिनमें से 34 पर मंत्री केवल 'दिखवाएंगे' कहकर जवाब टालती रहीं।
30 मिनट देरी से शुरू हुई सभा
कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में यह प्रेसवार्ता अपने निर्धारित समय से 30 मिनट देरी से शुरू हुई। इस दौरान मंत्री जिले के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाईं, जिससे प्रशासनिक अधिकारियों को स्थिति संभालने की कोशिश करनी पड़ी।
42 सवालों पर 34 बार एक ही जवाब
जिले में हो रहे रेत के अवैध कारोबार, गरीब और सरकारी जमीनों पर कब्जों जैसे गंभीर मामलों पर सवाल उठाए, जिनमें अक्सर भाजपा नेताओं के नाम सामने आते हैं। इन सभी पर प्रभारी मंत्री ने 'दिखवाएंगे' कहकर जवाब दिया। नीमच शहर की प्रमुख समस्या बंगला-बगीचा के व्यवस्थापन और नगर पालिका में सीएम हेल्पलाइन शिकायतों को शिकायतकर्ता की अनुमति के बिना बंद किए जाने के मामलों पर भी उनका यही जवाब रहा।
भाटखेड़ा से डूंगलावदा चौराहे तक बनने वाली सड़क को बार-बार खोदे जाने और धानूका फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं और अपशिष्ट पदार्थ के मुद्दों पर मंत्री चुप रहीं। जिला मुख्यालय पर सीएम राइज स्कूल नहीं बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जमीन का चयन लगभग हो गया है और काम जल्द पूरा होगा।
