जलजीवन मिशन में गड़बड़ी: MP की महिला मंत्री पर कमीशखोरी का आरोप, उन्हीं के विभागीय अधिकारी ने दिए मिनिस्टर की संपत्ति की जांच के आदेश

मंत्री संपतिया उइके
मध्यप्रदेश। MP की महिला मंत्री संपतिया उइके पर करोड़ों रुपए की कमीशन लेने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में उन्हीं के लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच की मांग संयुक्त क्रान्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व विधायक किशोर समरीते द्वारा की गई थी। किशोर समरीते का आरोप है जल जीवन मिशन के तहत केंद्र से मध्यप्रदेश को मिले 30 हजार करोड़ रुपए का दुरूपयोग किया गया है। इस मामले में PHE की मंत्री संपतिया उइके ने 1000 करोड़ रुपए की कमीशन ली है।
पूर्व विधायक किशोर समरीते ने 12 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र लिखा था। इस पत्र में कहा गया था कि, जल जीवन मिशन के तहत केंद्र से मध्यप्रदेश को मिले 30 हजार करोड़ रुपए के व्यय की जांच की जाए हुए इसी के साथ - साथ विभागीय मंत्री सम्पतिया उइके और उनके लिए पैसा इक्कट्ठा करने वाले कार्यपालन यंत्री मंडला की संपत्तियों की जांच की जाए।
इसके बाद 30 मई 2025 को एक पत्र के जरिए अपर सचिव मध्यप्रदेश ने यह मामला जांच के लिए कार्यालय प्रमुख अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को भेजा। जांच के लिए ENC - PHE ने मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और परियोजना निदेशक एमपी जल निगम को पत्र लिखा।
पत्र में कहा गया कि, संयुक्त क्रान्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व विधायक किशोर समरीते की शिकायत और उनके द्वारा लिखे गए पत्र का अवलोकन करें। शिकायत के संबंध में तथ्यों की जाच करने के बाद सभी तथ्य 7 कार्यदिवस के अंदर भेजें।
इस पूरे मामले को लेकर विवाद इसलिए है कि, मंत्री के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों की जांच उन्हीं के विभाग के अधिकारी को सौंप दी गई। आरोपों में कितनी सच्चाई है यह अब तक साफ नहीं हुआ है क्योंकि विभाग द्वारा क्या जांच की गई यह अब तक सामने नहीं आया है।
