इंदौर लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए स्वास्थ्य अधिकारी और कंप्यूटर ऑपरेटर

इंदौर लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई
इंदौर। लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी और कंप्यूटर ऑपरेटर को पकड़ा है। बडवानी जिले के ठीकरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर और एक ब्लॉक कंप्यूटर ऑपरेटर को 35,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह कार्रवाई कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर डॉ. बलवीर सिंह वर्मा की शिकायत पर की गई।
डॉ. बलवीर सिंह वर्मा, जो ठीकरी ब्लॉक के कालापानी उप स्वास्थ्य केंद्र में कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। वे इंदौर के विजय नगर स्थित दक्ष पारिजात अपार्टमेंट में रहते हैं। उन्होंने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि, ठीकरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजवीर तोमर और ब्लॉक कंप्यूटर ऑपरेटर (संविदा) राहुल कुमार गुप्ता ने उनके रुके हुए वेतन और परफॉर्मेंस बेस्ड इंसेंटिव (PBI) के भुगतान के लिए 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी।
डॉ. वर्मा को हर महीने 28,500 रुपये वेतन और 14,500 रुपये PBI के रूप में प्राप्त होते हैं। उनके वर्ष 2024 के दिसंबर-जनवरी और 2025 के मार्च, अप्रैल व मई माह का वेतन लगभग 1,42,000 रुपये और 10 माह का PBI 1,45,000 रुपये, इस प्रकार कुल 2,87,000 रुपये बकाया है। इस राशि को निकालने के लिए दोनों आरोपियों ने रिश्वत की मांग की थी।
लोकायुक्त की कार्रवाई :
डॉ. वर्मा की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय के निर्देश पर शिकायत का सत्यापन किया गया। शिकायत सही पाए जाने पर 11 जुलाई 2025 को लोकायुक्त ने ट्रैप दल का गठन किया। इस दल ने आरोपी राहुल कुमार गुप्ता को आवेदक से 35,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और बीएनएस 2023 की धारा 61(2) के तहत कार्रवाई की जा रही है।
