सड़क है तो गड्ढे होंगे ही: अमानवीय है मंत्री राकेश सिंह का बयान

अमानवीय है मंत्री राकेश सिंह का बयान
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सड़क है तो गड्ढे होंगे ही : अमानवीय है मंत्री राकेश सिंह का बयान

मध्यप्रदेश। ऐसी कोई सड़क नहीं जिसमें गड्ढे नहीं होते, जब तक सड़कें रहेंगी उसमें गड्ढे होते रहेंगे...सच अक्सर कड़वा होता है। जब मुजरिम अपना गुनाह बिना किसी पछतावे के गर्व से कबूले तो गलती जुर्म सहने वाले की ही होती है। बिना किसी पछतावे के किसी का अपना जुर्म कबूल करना बताता है कि, एक समाज के रूप में हम भी असफल हो गए हैं।

सड़क पर गड्ढे का मुद्दा इसलिए उठा क्योंकि मध्यप्रदेश की सड़कों में बारिश के दौरान हुए गड्ढों पर राज्य के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री राकेश सिंह ने अमानवीय बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, बारिश में कौन-सी सड़क पर गड्ढे नहीं होते? हैवी रेन और हैवी ट्रैफिक से सड़कों पर गड्ढे होते हैं। अभी ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है, जिसके आधार पर कह सकें कि हम ऐसी सड़क बनाएंगे जिस पर कभी गड्ढा होगा ही नहीं। जब तक सड़कें रहेंगी, तब तक गड्ढे होते रहेंगे।

हम सहने के इतने आदि हो गए हैं कि, अब बड़ी ही बेशर्मी से कहा जाने लगा है - सड़क है तो गड्ढे होंगे ही। जब हम चांद तक पहुंच गए हैं, अंतरिक्ष में किसानी करने लगे हैं तो ऐसे में यह कहना कि, ऐसी कोई तकनीक नहीं जिससे PWD ऐसी सड़क बना दे जो गड्ढा मुक्त हो तो बड़ा सवाल है कि, आखिर इंजीनियरिंग में सिखाया क्या जा रहा है? नेता और अधिकारी मिलकर अगर जनता को गड्ढामुक्त सड़क भी न दे पाएं तो व्यवस्था की कमियों पर बैठकर एक बार फिर विचार किया जाना चाहिए।

सड़कें बनाई जाती हैं उसमें गड्ढे हो जाते हैं फिर उसकी मरम्मत भी तब करवाई जाती है जब कोई शिकायत करे। भारी बारिश में सड़क के बीचों बीच पानी और कीचड़ से भरे विशालकाय गड्ढे आम लोगों के लिए जान का खतरा हैं। जनता से भारी टैक्स लेकर उन्हें गड्डानुमा सड़क देना स्पष्ट रूप से बेईमानी है।

यहां यह जान लेना उचित होगा कि, गड्डानुमा सड़क किसी एक गली, मोहल्ले या जिला की परेशानी नहीं है। लगभग हर दूसरी या तीसरी सड़क पर एक जानलेवा गड्ढा है। सड़कें केवल भारत में नहीं हैं सड़कें जापान में भी हैं, वहां की सड़कों पर इस तरह के जानलेवा गड्डे आमतौर पर नहीं देखे जाते। जापान का जिक्र इसलिए किया जा रहा है क्योंकि हमने जापान को पछाड़ दिया और अब हम विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं।

गड्ढेनुमा सड़क के इन जानलेवा आंकड़ों को भी देखिए :

सड़क परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक साल 2020 में 3,564 लोगों की मौत सड़कों पर बने गड्ढे की वजह से हुई। साल 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 3,625 हो गया। साल 2022 में यह आंकड़ा और बढ़ा तो 4,446 लोगों की अकाल मृत्यु हो गई।

हर बीतते साल सड़क पर बने गड्ढे लोगों की अकाल मृत्यु का कारण बन रहे हैं। ऐसे में जिम्मेदार लोगों का अपनी जिम्मेदारी से हाथ झटक लेना शर्मनाक है।

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