Gwalior News: पेट्रोल में ओवरडोज इथेनॉल से खराब हो रहे वाहन, कार्बेटर और इंजन को हो रहा नुकसान

तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल में जरूरत से ज्यादा इथेनॉल मिलाया जा रहा है, जिससे वाहनों के कार्बेटर और इंजन खराब हो रहे हैं और वे चलने में परेशानी कर रहे हैं। वाहन चलते-चलते बंद हो जाते हैं या उनकी स्पीड बिना एक्सेलेटर दबाए अचानक बढ़ जाती है। पंप संचालक भी दबी जुबान में स्वीकार कर रहे हैं कि पेट्रोल में जरूरत से ज्यादा इथेनॉल मिलाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने तेल कंपनियों को पर्यावरण सुरक्षा के नाम पर पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने की अनुमति दी है, लेकिन अब यह 30 से 40 प्रतिशत तक मिलाया जा रहा है। पंप संचालकों का कहना है कि जो इथेनॉल मिलाया जा रहा है उसकी सही तरीके से ब्लेंडिंग (मिश्रण) नहीं की जा रही है, जिससे समस्या और बढ़ गई है। इसके साथ ही लोगों की जेब पर भी अतिरिक्त भार पड़ रहा है और उन्हें कार्बेटर बार-बार साफ कराना पड़ रहा है। इससे पहले फरवरी 2025 में भी ऐसी समस्या देखी गई थी।
ग्वालियर: गन्ने से बनता है इथेनॉल
इथेनॉल को गन्ने से बनाया जाता है। इसका दूसरा नाम एथिल अल्कोहल है। इथेनॉल पेट्रोल की तुलना में काफी सस्ता होता है। तेल कंपनियों को यह लगभग 35 से 45 रुपए प्रति लीटर मिलता है, जिसे पेट्रोल में मिलाकर 106.42 रुपए प्रति लीटर की दर से बाजार में बेचा जाता है। इथेनॉल को पेट्रोल में मिलाने का मुख्य कारण पेट्रोल की आपूर्ति को पूरा करना है। सर्दी और बारिश के मौसम में इथेनॉल युक्त पेट्रोल वाहनों के लिए ज्यादा नुकसानदायक होता है।
प्रीमियम पेट्रोल में नहीं आ रही शिकायत
शहर में प्रतिदिन 6 लाख लीटर से अधिक पेट्रोल और 8 लाख लीटर डीजल की खपत होती है। पंप संचालकों के अनुसार, तेल कंपनियां सादा पेट्रोल में ही इथेनॉल मिला रही हैं, जबकि स्पीड और प्रीमियम पेट्रोल (114 रुपए प्रति लीटर) में ऐसा नहीं किया जा रहा है। इसका मतलब है कि कंपनियों का उद्देश्य अधिक मुनाफा कमाना है। मजबूरन लोग सादा की जगह प्रीमियम पेट्रोल डालवा रहे हैं।
पुराने वाहनों में अधिक समस्या
सर्दियों में इथेनॉल नमी पाकर कार्बेटर में जम रहा है, जिससे गाड़ियां झटके के साथ चलकर बार-बार बंद हो रही हैं या उनकी स्पीड बढ़ रही है। पुराने वाहनों में यह समस्या अधिक दिखाई दे रही है। वाहन सुधारने वालों की दुकानों पर प्रतिदिन 20 से 25 गाड़ियां इसी शिकायत के साथ आती हैं।
ग्राहक दोपहिया वाहनों में तेल मिलवा रहे हैं
सुधारने वाले और पंप संचालक वाहन चालकों को सलाह दे रहे हैं कि वे पेट्रोल के साथ थोड़ा सा ऑयल मिलाएं। इससे पेट्रोल में चिकनाहट आ जाएगी और वाहन आसानी से चलेंगे। इसलिए अधिकतर लोग अपने वाहनों में पेट्रोल के साथ ऑयल भी मिलवा रहे हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
"पेट्रोलियम मंत्रालय ने तेल कंपनियों से केवल 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने को कहा है, लेकिन इसे अधिक मात्रा में मिलाया जा रहा है। साथ ही ब्लेंडिंग भी सही तरीके से नहीं हो रही है, जिससे वाहनों में समस्या पैदा हो रही है।"
- अमित सेठी, सचिव, ग्वालियर डिस्ट्रिक्ट पेट्रोलियम डीलर्स सोसाइटी
"पेट्रोल में इथेनॉल मिलने के कारण वाहनों के इंजन और कार्बेटर खराब हो रहे हैं। प्रतिदिन 10 से 12 वाहन इस प्रकार की शिकायत लेकर आते हैं। इसका फिलहाल यही समाधान है कि बार-बार कार्बेटर साफ कराएं या नया लगवाएं। थोड़ी-बहुत समस्या होने पर पेट्रोल में स्कूटी का ऑयल मिलाकर भी काम चलाया जा सकता है।"
- आरिफ खान, गाड़ी मैकेनिक
