Naib Tehsildar Slap woman Farmer: छतरपुर में नायब तहसीलदार ने दिखाई पावर की हनक, खाद लेने आई युवती को जड़ा थप्पड़

छतरपुर में नायब तहसीलदार ने दिखाई पावर की हनक, खाद लेने आई युवती को जड़ा थप्पड़
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Chhatarpur News: छतरपुर जिले में खाद वितरण में बुधवार सुबह बड़ा विवाद हो गया। छतरपुर की नायब तहसीलदार ऋतु सिंघई ने खाद की लाइन में खड़ी महिला को थप्पड़ जड़ दिया।

छतरपुरः मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से अन्नदाताओं को लगातार परेशान होना पड़ रहा है। एक बोरी खाद पाने के लिए किसान वितरण केंद्रों के बाहर किसान लाइन लगा कर खड़े हैं। वहीं, छतरपुर में इस बीच हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यूरिया ना मिलने की वजह से किसानों ने हंगामा कर दिया। इसी दौरान नायब तहसीलदार ने महिला किसान को थप्पड़ जड़ दिया। इससे तनाव और बढ़ गया।

दरअसल, कृषि उपज मंडी में किसानों की लगी लंबी-लंबी कतार लगी हुई हैं। अव्यवस्थाओं और धीमी गति से चल रहे वितरण कार्य के चलते यूरिया नहीं मिलने से किसान आक्रोशित हो उठे। उनका आरोप है कि गोदामों में कई ट्रक यूरिया रखी हुई है मगर अधिकारी देने को तैयार नहीं है।

प्रशासन के खिलाफ किसानों की नारेबाजी

खाद की कमी के चलते कुछ दिनों से किसान पहले से ही नाराज थे। हालांकि बुधवार के दिन मंडी परिसर में खाद लेने 1500 से अधिक किसान पहुंच गए। यहां काउंटर की कम संख्या और धीमी प्रक्रिया के चलते लंबी लाइन लग गई। इंतजार कर रहे किसानों में अव्यवस्था को लेकर नाराजगी भर गई और वह सड़कों पर उतर गए। इससे यातायात बाधित हो गया।

किसानों को मनाने पहुंचे अधिकारी

किसानों के प्रदर्शन की सूचना लगने पर तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बात कर किसानो को समझाने और मामला शांत कराने में सफलता भी पा ली। हालांकि जैसे ही भीड़ शांत होने वाली थी उसी दौरान एक विवाद हो गया।

नायब तहसीलदार ने महिला को जड़ा थप्पड़

भीड़ शांत होकर लौटने के दौरान अचानक नायब तहसीलदार रितु सिंघई ने एक किसान युवती को थप्पड़ मार दिया। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद किसान और आक्रोशित हो गए। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया। भारी तनाव और हालातों को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने मंडी में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

गुस्साए किसानों का कहना है कि वे अपनी जरूरतों के लिए घंटों लाइन में लगे रहते हैं। इसके बाद भी अव्यवस्था होने पर जब शिकायत करते हैं तो मारपीट की जाती है। नाराज किसानों का कहना है कि यदि खाद की जगह मारपीट मिलेगी तो न्याय की गुहार किससे करेंगे?

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