Chhindwara: छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड में ED की बड़ी कार्रवाई: मालिक रंगनाथन पर शिकंजा कसना शुरू, चेन्नई के दो फ्लैट कुर्क

छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड में ED की बड़ी कार्रवाई: मालिक रंगनाथन पर शिकंजा कसना शुरू, चेन्नई के दो फ्लैट कुर्क
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Chhindwara Cough Syrup Case: छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड में पुलिस की जांच और एफआईआर के बाद अब ईडी की एंट्री हुई है। ईडी ने दवा कंपनी के मालिक जी रंगनाथन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चैन्नई स्थित दो फ्लैट को कुर्क किया है।

छिंदवाड़ाः मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जहरीले कफ सिरप पीने से मासूम बच्चों की मौत के मामले में जांच एजेंसियों की कार्रवाई तेज हो गई है। राज्य की विभिन्न जांच एजेंसियों के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हुई है। ईडी ने कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक जी रंगनाथन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। फिलहाल चेन्नई स्थित उनकी दो करोड़ रुपए से अधिक की अचल संपत्तियों को कुर्क कर लिया है।

चेन्नई में दो फ्लैट अटैच

चेन्नई के कोडंबक्कम इलाके में स्थित दो रेसिडेंसल फ्लैटों को पीएमएलए 2002 के तहत अस्थायी रूप से अटैच किया है। बता दें कि ये प्रॉपर्टी रंगनाथन और उनके परिवार के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। ईडी के अनुसार, यह कार्रवाई 2 दिसंबर को की गई और अटैच की गई संपत्तियां सीधे तौर पर मिलावटी कफ सिरप के निर्माण और गैरकानूनी तरीके से बेचकर की गई कमाई से जुड़ी है।

ईडी ने दवा कंपनी के मालिक पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस बनाने के लिए एमपी पुलिस और चेन्नई पुलिस की तरफ से दर्ज एफआईआर का आधार लिया है। बता दें कि पहली एफआआईआर छिंदवाड़ा में दर्ज हुई थी। इसमें जहरीले कफ सिरप की सप्लाई और बच्चों की मौत के मामले में थी। वहीं, दूसरी एफआईआर चेन्नई में दर्ज हुई थी। इसमें पुलिस ने संदिग्ध दवा के निर्माण के आरोप में दर्ज की थी।

कफ सिरप पीने से गई थी मासूमों की जान

जिले में 20 अधिक बच्चों की बिगड़ी तबीयत और खराब होने और मौत होने के बाद जांच की गई। इसमें खुलासा हुआ कि श्रीसन फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चर की बनाई गई कोल्ड्रिफ कफ सिरप में खतरनाक जहरीला ग्लाइकोल (DEG) मिला था। इसके चलते मासूमों की किडनी फैल हुई और मौत की वजह बनी।

बीएनएस की धाराओं के तहत दर्ज हुआ था मामला

मासूमों की मौत के बाद पुलिस ने कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक जी रंगनाथन के खिलाफ बीएनएस की धाराओं में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ। वहीं, पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अब ईड ने संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की है।

दवा कंपनी के मालिक की संपत्ति कुर्क करने के बाद अब माना जा रहा है कि एजेंसी आगे कंपनी के बैंक अकाउंट, मशीनरी खरीदने के साथ दवा बनाने के लिए आए कच्चे माल की सप्लाई और बिक्री से जुड़े फाइनेंशियल की गहराई से जांच की जाएगी।

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