तीसरी बार राज्यसभा जाने के लिए गोटियां फिट कर रहे दिग्विजय सिंह!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ा फोटो अपलोड करने के बाद से चर्चा में
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह इन दिनों न केवल प्रदेश, बल्कि देश की राजनीति में भी चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ा एक फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड किया। साथ ही भाजपा संगठन की तारीफ भी की। इसके बाद से दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी में घिरते नजर आ रहे हैं। मध्यप्रदेश से लेकर अन्य प्रांतों के नेता खुलकर उनके बयान की खिलाफत कर रहे हैं।
राजनीति के मंझे खिलाड़ी कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड कर भाजपा संगठन की तारीफ करने के पीछे राजनीतिक जानकार इसे उनकी फेंकी गई ‘गुगली’ बता रहे हैं। दरअसल, दिग्विजय सिंह अगले साल 21 जून को राज्यसभा का दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं।
कांग्रेस में दिग्विजय सिंह इकलौते ऐसे नेता हैं, जो अपने बयान या पोस्ट को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। पूर्व में भी वे विरोधी दलों और संगठनों को लेकर बयान देकर विवादों में रहते आए हैं। इसके पीछे उनकी गहरी राजनीतिक चालें मानी जाती रही हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि दो दिन पहले दिग्विजय सिंह द्वारा एक वेबसाइट से भाजपा नेताओं से जुड़ा फोटो डाउनलोड कर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करना और भाजपा संगठन की तारीफ करना सहज नहीं है। इसके पीछे भी उनकी छिपी हुई राजनीतिक रणनीति समझी जा रही है।
वे अभी भी पार्टी में आगे की पारी खेलने के इच्छुक हैं, क्योंकि राज्यसभा सांसद के रूप में उनका कार्यकाल अगले साल पूरा होने जा रहा है। आमतौर पर राजनीतिक दल लगातार दो कार्यकाल के बाद नेताओं को तीसरी बार राज्यसभा भेजने से परहेज करते रहे हैं, हालांकि कुछ नेताओं के लिए यह अपवाद भी रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि विरोधी दल के संगठन की तारीफ कर दिग्विजय सिंह यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी में उनका वजूद अभी भी कायम है। ऐसे में संभव है कि वे तीसरी बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो जाएं या फिर संगठन में उन्हें कोई अन्य जिम्मेदारी मिल जाए।
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि भले ही कांग्रेस पार्टी दिग्विजय सिंह को तीसरी बार राज्यसभा न भेजे, लेकिन वे राजनीति से संन्यास लेकर घर बैठने वाले नेता नहीं हैं।
मप्र में बड़ी संख्या में समर्थक
करीब 54 वर्षों से राजनीति में सक्रिय दिग्विजय सिंह 78 वर्ष की उम्र में भी काफी सक्रिय हैं। मप्र कांग्रेस के अन्य हमउम्र नेताओं में वे इकलौते ऐसे नेता हैं, जो पार्टी की लगभग हर गतिविधि में सक्रिय रहते हैं। सोशल मीडिया पर भी वे देश और प्रदेश की राजनीति में अक्सर सक्रिय नजर आते हैं। हालांकि मप्र कांग्रेस के एक खेमे के नेताओं का मानना है कि दिग्विजय सिंह ने यूं ही गुगली नहीं फेंकी है और इसके परिणाम दूरगामी हो सकते हैं।
मप्र की राजनीति में बेटा स्थापित
दिग्विजय सिंह मप्र के उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने स्वयं राजनीति में सक्रिय रहते हुए अपने बेटे को पार्टी और राज्य की राजनीति में स्थापित कर दिया है। उनके बेटे जयवर्धन सिंह गुना जिले की राघौगढ़ सीट से तीसरी बार विधायक हैं। वे कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
