रेडक्रॉस ने पीपुल्स यूनिवर्सिटी में मनाया संविधान दिवस

भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी एवं आरपी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में आज पीपुल्स यूनिवर्सिटी में संविधान दिवस का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता रेडक्रॉस के प्रदेश महासचिव रामेंद्र सिंह ने की मुख्य वक्ता के रूप में निशक्तजन कमिश्नर डॉ अजय खेमरिया ने कार्यक्रम को संबोधित किया।विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश लववंशी एवं यूनिवर्सिटी के निदेशक अंकित द्विवेदी समारोह मंच पर मौजूद रहे।
रेडक्रॉस सोसायटी के प्रदेश महासचिव रामेंद्र सिंह ने छात्रों को रेडक्रॉस की वैश्विक पहल और मानवीय सेवाओं से परिचित कराया।
सिंह ने कहा कि
संविधान दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि हमारा लोकतंत्र नागरिक सजगता पर ही टिका है।
उनका यह भी कहना था कि 26 नवंबर का महत्व किसी भी तरह गणतंत्र दिवस से कम नहीं है और समाज में संवैधानिक चेतना को मिशन मोड में आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
निशक्तजन कमिश्नर डॉ. अजय खेमरिया का प्रेरक संबोधन
मुख्य वक्ता डॉ. अजय खेमरिया ने छात्रों को सरल, संवादात्मक शैली में समझाया कि संविधान हमारे लिए केवल अधिकारों का दस्तावेज नहीं, बल्कि जिम्मेदारियों का पाठ भी है।
डॉ. अजय खेमरिया ने कहा
हर अधिकार के पीछे एक कर्तव्य खड़ा होता है। यदि समाज कर्तव्यों को भुला दे, तो अधिकारों की उम्र भी छोटी रह जाती है।
डॉ. खेमरिया ने यह भी चिंता जताई कि आजकल संविधान को लेकर विकृत विमर्श फैलाने की कोशिशें होती हैं, जबकि असली ज़रूरत है इसकी मूल भावना को समझने और अपनाने की।
भारतीय ज्ञान परंपरा और संविधान
सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश लववंशी ने भारतीय दर्शन और ज्ञान परंपरा के आधार पर संविधान की व्याख्या की। उन्होंने छात्रों को बताया कि भारतीय संस्कृति में निहित मूल्यों जैसे समता, कर्तव्यबोध, और सामूहिकता ने ही हमारे संविधान की नींव को मजबूत किया है।
समारोह में छात्रों को शपथ
कार्यक्रम में जूनियर रेडक्रॉस से जुड़े सभी छात्रों को संविधान की प्रस्तावना के पालन की शपथ दिलाई गई।
