छिन्दवाड़ा में पेशाब कांड: आदिवासी युवक को पीटा, मुंह पर थूका और शराब पिला दी, कमलनाथ ने सरकार को घेरा

छिन्दवाड़ा में पेशाब कांड
मध्यप्रदेश। छिन्दवाड़ा जिले के अमरवाड़ा क्षेत्र के हर्रई में पेशाब कांड सामने आया है। आरोप है कि, एक आदिवासी युवक को पीटा गया, गुटखा खाकर उसके मुंह पर थूका गया और उसके ऊपर पेशाब भी की गई। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। इस मामले में मुख्य आरोपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, यह घटना हर्रई में 29 जून को हुई थी। ढाबा संचालक राजा चौकसे नाम के व्यक्ति पर पीड़ित द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस घटना के बाद लोगों ने प्रदर्शन भी किया था। पुलिस ने मामले की निष्पक्ष जांच की बात कहते हुए एफआईआर दर्ज की थी। राजा चौकसे को भी तभी गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले में दो आरोपी अब भी फरार हैं।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा "छिन्दवाड़ा जिले के अमरवाड़ा क्षेत्र के हर्रई में आदिवासी को पीटने और उसके मुँह पर थूकने व पेशाब पिलाने की घटना ने एक बार फिर मध्यप्रदेश को झकझोर दिया है। आदिवासी युवक की पीठ पर चोट के गंभीर निशान हैं। कई जगह तो चमड़ी तक उखड़ गई है। यह अमानवीयता मध्यप्रदेश में आदिवासियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।"
"बीजेपी सरकार मध्यप्रदेश के आदिवासियों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। कई मामलों में तो बीजेपी नेता ही आदिवासियों को प्रताड़ित करते पाए गए हैं। मैं सरकार से मांग करता हूँ कि आदिवासियों पर हो रहे सिलसिलेवार हमलों को रोकने के लिये सरकार ठोस कदम उठाए, अन्यथा कांग्रेस पार्टी सड़क से संदन तक आदिवासियों की आवाज़ बुलंद करेगी।"
भाजपा ने इस मामले में कहा कि, "छिंदवाड़ा की घटना पर राजनीति करने से पहले कांग्रेस को यह जान लेना चाहिए, कि दिनांक 29/06/2025 को फरियादी राजकुमार बट्टी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के तुरंत बाद ही सुसंगत धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी राजा चौकसे एवं अन्य की गिरफ़्तारी की गई है, जिसकी जानकारी स्वयं छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक ने सार्वजनिक की है।"
"सवाल यह उठता है, कि क्या कांग्रेस को यह बुनियादी जानकारी नहीं थी या फिर जानबूझकर तथ्यों को नजरअंदाज कर झूठा नैरेटिव गढ़ा गया? यह वही कांग्रेस है, जिसके प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी पर मुंगावली में मल खिलाने की घटना का झूठा षड्यंत्र रचने को लेकर एफआईआर दर्ज है। आज डाॅ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में जब त्वरित कार्रवाई हो रही है, तब भी कांग्रेस को पीड़ा हो रही है, क्योंकि उन्हें सिर्फ संवेदनाओं की राजनीति करनी है, समाधान से कोई मतलब नहीं।"
