इंदौर और मुंबई के बाद एमडी तस्करों का नया रूट गुजरात, नारकोटिक्स ने पकड़ी 12 करोड़ की ड्रग्स

अब तक मालवा के अफीम उत्पादक जिले में मादक पदार्थों की तस्करी में इंदौर-मुंबई से एमडी तस्करों के तार जुड़े थे, लेकिन अब तस्करों ने गुजरात को नया रूट बना लिया है। जिले में कुछ दिन पहले एमडी की बड़ी फैक्ट्री पकड़ी गई थी। वहीं, समीप के मंदसौर जिले में भी एमडी को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई।
नारकोटिक्स ने 12 किलो एमडी ड्रग्स पकड़ी
नारकोटिक्स ने फिर से 12 किलो एमडी के साथ आरोपी को पकड़ने में बड़ी कार्रवाई की। जिस कार से एमडी की तस्करी हो रही थी, वह राजस्थान की थी और गुजरात की ओर जा रही थी। एमडी का बाजार मूल्य लगभग 1 करोड़ रुपए प्रति किलो है। 12 किलो एमडी पकड़ी गई, जिसकी कीमत लगभग 12 करोड़ रुपए आंकी जा रही है।
नारकोटिक्स ने पकड़ी पुलिस को खबर नहीं
नारकोटिक्स की मादक पदार्थ तस्करी पर कार्रवाई ने पुलिस के मुखबिर तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तस्करी की फैक्ट्री से लेकर अवैध परिवहन तक नारकोटिक्स अमला कार्रवाई कर रहा है, लेकिन जिलों की पुलिस को इसकी भनक नहीं लग रही है।
डोडर टोल टैक्स के पास पकड़ी कार में मिली एमडी
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, मध्य प्रदेश की टीम ने महू-नसीराबाद फोरलेन पर डोडर टोल टैक्स के पास 16 दिसंबर की रात को एक कार से 12 किलो एमडी ड्रग पकड़ी। एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया गया और कार व एमडी ड्रग जब्त की गई।सूचना मिली थी कि रतलाम-मंदसौर की ओर से एक कार गुजरात की ओर मादक पदार्थ तस्करी के लिए जा रही है। इस सूचना के आधार पर टीम ने नाकाबंदी और तलाशी अभियान चलाया। चित्तौड़गढ़ पासिंग एक कार को रोका गया और तलाशी ली। इस दौरान कार में 10 पैकेटों में भरी 12 किलो 55 ग्राम एमडी ड्रग मिली।
एमडी का बाजार मूल्य और तस्करी का हाल
अफीम उत्पादक जिले में अफीम और डोडाचूरा के साथ अब एमडी (सिंथेटिक ड्रग) की तस्करी लगातार बढ़ रही है। मंदसौर-नीमच और राजस्थान क्षेत्र में एमडी बनाकर इंदौर-मुंबई और गुजरात में इसकी तस्करी की जाती रही है। स्थानीय स्तर पर एमडी 15-16 लाख रुपए प्रति किलो की दर से तैयार होती है, जबकि बाहरी बाजार में इसका मूल्य लगभग 1 करोड़ रुपए प्रति किलो है। इसी कारण यहां से एमडी की तस्करी तेजी से बढ़ रही है।
