भोजपाल महोत्सव मेले में संस्कृति और संगीत का अनोखा संगम

भोजपाल महोत्सव मेले में संस्कृति और संगीत का अनोखा संगम
X

राजा भोज की नगरी भोपाल के भेल दशहरा मैदान में चल रहा भोजपाल महोत्सव मेला इन दिनों अपने सांस्कृतिक रंगों और रोमांचक आकर्षणों से शहरवासियों का मन मोह रहा है। शुक्रवार की शाम राजस्थान के लोक कलाकारों ने पारंपरिक गायन और घूमर, चकरी, चरी जैसे लोकनृत्यों की अद्भुत प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। फोक डांस और लोक वादन की धुनों पर पूरे मैदान में रंगीन और उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला।

कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 7 बजे मेला अध्यक्ष सुनील यादव, महामंत्री हरीश कुमार राम और मेला टीम ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मंच पर मौजूद बड़ी संख्या में दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद लिया।

आने वाले दिनों के मुख्य आकर्षण

शनिवार की शाम बाबा महाकाल के भक्त और भजन गायक किशन भगत अपनी भक्ति प्रस्तुतियों से मेला मंच को भक्ति रस से सराबोर करेंगे। वहीं रविवार को होने वाली बॉलीवुड नाइट में इंडियन आइडल फेम सनमुखप्रिया अपनी टीम के साथ हाई-एनर्जी गीत-संगीत की प्रस्तुति देंगी।

आंध्र प्रदेश की रहने वाली सनमुखप्रिया इंडियन आइडल 12 की फाइनलिस्ट रह चुकी हैं और कर्नाटक संगीत, पॉप, जैज़ और फ्यूजन गायन शैली के लिए जानी जाती हैं। उनके माता-पिता दोनों संगीत शिक्षक हैं, इसलिए बचपन से ही वे संगीत की दुनिया में सक्रिय रही हैं।

शिमला वैली-मेले का आकर्षण

मेले में शिमला वैली का अनूठा अनुभव भी शहरवासियों के बीच बड़ा आकर्षण बना हुआ है। चैतन्य आर्ट की टीम द्वारा निर्मित इस थीम जोन में आगंतुक बर्फीली पहाड़ियों, इग्लू, स्नोमैन, पेंग्विन, पोलर बियर, रेडियर, सफेद शेर, बर्फीली गुफाओं, कश्मीरी चीर के पेड़, झील, नदी और झरनों का मनमोहक दृश्य एक ही स्थान पर देख पा रहे हैं।

आर्टिस्ट अंजली डेहरिया ने बताया कि इसे खास तौर पर बच्चों और परिवारों के लिए एक रोमांचक अनुभव के रूप में तैयार किया गया है। भोजपाल महोत्सव मेला अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संगीत, नृत्य और कला प्रदर्शनियों के साथ शहरवासियों को एक शानदार अनुभव प्रदान कर रहा है।

Next Story