झारखंड : जमीन की लगान दर में होगा बदलाव

रांची। अभी तक सरकारी मूल्यों के हिसाब और जमीन की प्रकृति के आधार पर राज्य सरकार रैयतों से जमीन का लगान लेती आयी है। यह पैसे या रुपये में लिया जाता था। मगर, लगान रसीद ऑनलाइन निर्गत करने की व्यवस्था प्रारंभ होने के कारण इसमें परेशानी आ रही थी। मसलन जिस जमीन का लगान प्रतिवर्ष छह रुपये था, नये सॉफ्टवेयर में उसे व्यावहारिक कठिनाइयों के चलते फीड करने में परेशानी हो रही थी। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने जमीन की लगान दर में बदलाव लाने का फैसला लिया है। अब उदाहरण के तौर पर छह रुपये की लगान वाली जमीन को या तो 5 या फिर 10 रुपये किया जाएगा, ताकि उसका पूर्णांक 100 हो सके। मंत्रिमंडल ने राजस्व, भूमि सुधार और निबंधन विभाग के इस प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। बीते दिनों विभाग ने राज्यादेश भी निर्गत कर दिया गया है।
राउंड फिगर में ही लिया जाएगा जमीन का लगान
राजस्व विभाग की पत्रांक संख्या 5323 एलआर दिनांक 16 जुलाई 1965 और पत्रांक संख्या-697 दिनांक-31 जनवरी 1970 के आलोक में भू-राजस्व एवं लगान का निर्धारण सर्वे एवं बंदोबस्त कार्यालयों द्वारा अभी तक किया जाता रहा है। इस बीच, राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि झारखंड के सभी अंचलों में भू-लगान की वसूली ऑनलाइन की जानी है। पूर्व से निर्धारित लगान रुपये और पैसे में है। इसके फलस्वरूप ऑनलाइन लगान भुगतान में परेशानियां आ रही हैं। उक्त कठिनाइयों को दूर करने के लिए एक रुपये से कम पैसों में निर्धारित लगान राशि को रुपये के पूर्णांक (राउंड फिगर) में परिवर्तित कर लगान तय करने का फैसला लिया गया है। इसके चलते जमीनों के लगान दर में बदलाव लाया जाएगा।
सरकार की ओर से भेजी गयी चिट्ठी
जमीन के लगान में बदलाव लाने के लिए सरकार की ओर से पत्र भेजे जा रहे हैं। इस बाबत सभी प्रमंडलीय आयुक्त और सभी उपायुक्तों के अलावा झारखंड स्पेश एप्लीकेशन सेंटर, नेशनल इनफॉरमेटिक्स सेंटर के वरीय तकनीकी निदेशक और सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
