Washington: वाशिंगटन सुंदर के शतक लगाने के बाद भी क्यों भड़के पिता, गुजरात टाइटंस पर भी की टिप्पणी, जाने पूरा मामला

Washington Sundar
Washington Sundar : मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया के लिए मैच बचाने वाले वाशिंगटन सुंदर अब सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी बैटिंग नहीं बल्कि उनके पिता का बयान है। टेस्ट में नाबाद शतक लगाने के बाद जहां वाशिंगटन सुंदर की तारीफ हो रही है, वहीं उनके पिता मणि सुंदर ने भारतीय चयनकर्ताओं पर पक्षपात का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के बावजूद उनके बेटे को नजरअंदाज क्यों किया जाता है।
चयनकर्ताओं पर उठाए सवाल
वाशिंगटन सुंदर के पिता मणि सुंदर ने टीम चयन को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, "वाशिंगटन निरंतर अच्छा कर रहे हैं, लेकिन लोग उनके प्रदर्शन को नजरंदाज करते रहते हैं। अन्य खिलाड़ियों को लगातार चांस मिलता रहता है, लेकिन सिर्फ मेरे बेटे के साथ ऐसा होता है।" उनके इस बयान के बाद चयन प्रक्रिया पर बहस तेज हो गई है।
नंबर-5 पर मिले लगातार मौके
वाशिंगटन सुंदर के पिता मणि सुंदर ने बेटे के बल्लेबाजी क्रम को लेकर भी चयनकर्ताओं से सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि सुंदर को लगातार नंबर-5 पर बैटिंग का मौका मिलना चाहिए, जैसा उन्हें चौथे टेस्ट में मिला था। मणि सुंदर का कहना है कि बेटे को कम से कम 9-10 मैचों तक नंबर-5 पर खेलने का मौका दिया जाए। उन्होंने यह भी जोड़ा, "यह चौंकाने वाली बात रही कि मेरे बेटे को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में नहीं चुना गया। चयनकर्ताओं को उनके प्रदर्शन को गंभीरता से लेना चाहिए।"
गुजरात टाइटंस पर भी उठाए सवाल
मणि सुंदर ने अपने बेटे की IPL टीम गुजरात टाइटंस पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन सुंदर को वहां भी लगातार मौके नहीं दिए जाते, जिसका नतीजा यह रहा कि वह IPL 2025 में सिर्फ 6 ही मैच खेल पाए।
चौथे टेस्ट में पंत की चोट बनी सुंदर के लिए मौका
भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट में ऋषभ पंत की अंगूठे में चोट के चलते वाशिंगटन सुंदर को नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला। उन्होंने इस अवसर का भरपूर फायदा उठाया और 101 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ा।
