US Open: आयुष शेट्टी बने यूएस ओपन चैंपियन, तन्वी शर्मा को फाइनल में कड़े मुकाबले में मिली हार

AYUSH SHETTY
AYUSH SHETTY IS THE US OPEN 2025 CHAMPION: भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों ने यूएस ओपन में शानदार प्रदर्शन किया है। 20 वर्षीय आयुष शेट्टी ने इतिहास रचते हुए यूएस ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट का पुरुष एकल खिताब जीत लिया। यह आयुष का करियर का पहला BWF वर्ल्ड टूर टाइटल है। उन्होंने कनाडा के तीसरी वरीयता प्राप्त ब्रायन यांग को सीधे सेटों में 21-18, 21-13 से हराया।
वहीं महिला एकल वर्ग में 16 वर्षीय तन्वी शर्मा ने दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में उन्हें अमेरिका की शीर्ष वरीय बेवेन झांग के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही भारत को इस सीजन का पहला बड़ा खिताब हासिल हुआ है।
यांग पर लगातार तीसरी जीत
आयुष शेट्टी ने फाइनल में कनाडा के ब्रायन यांग को हराकर उनके खिलाफ अपनी लगातार तीसरी जीत भी दर्ज की। इससे पहले उन्होंने इस साल मलेशिया ओपन और ताइपे ओपन में भी यांग को हराया था। आयुष ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में टॉप सीड चाउ टिएन चेन को हराकर अपना आत्मविश्वास दिखाया। फाइनल की शुरुआत में स्कोर 6-6 से बराबरी पर था, लेकिन उसके बाद आयुष ने तेज तर्रार शॉट्स और विनर्स के दम पर यांग पर 11-6 की बढ़त बना ली।
आयुष ने किया खिताब अपने नाम
फाइनल मुकाबले में एक समय ऐसा भी आया जब ब्रायन यांग ने स्कोर को 16-16 की बराबरी तक पहुंचा दिया था, लेकिन आयुष शेट्टी ने शानदार शॉट सिलेक्शन और आक्रामक स्मैश के साथ गेम पर फिर से पकड़ बना ली। उन्होंने जंप स्मैश से पहला गेम जीतकर आत्मविश्वास और बढ़ा लिया।
दूसरे गेम में भी आयुष ने शुरुआत से ही बढ़त बनाई और यांग को 7-2 की स्थिति में पीछे छोड़ दिया। यांग ने स्कोर बराबर किया, लेकिन आयुष ने संयम नहीं खोया और अटैक और डिफेंस दोनों का संतुलित इस्तेमाल करते हुए यांग को वापसी का मौका नहीं दिया। 17-12 की बढ़त के बाद उन्होंने एक शानदार क्रॉस-कोर्ट पंच और फिर जबरदस्त स्मैश के साथ मैच और खिताब दोनों अपने नाम किए।
यह आयुष का पहला BWF वर्ल्ड टूर टाइटल है। इससे पहले वे 2023 बहरीन इंटरनेशनल, 2024 डच ओपन और ओडिशा मास्टर्स सुपर 100 जैसे टूर्नामेंट्स के फाइनल तक पहुंच चुके हैं।
फाइनल में हारी तन्वी शर्मा
महिला एकल फाइनल में 16 वर्षीय तन्वी शर्मा को अमेरिका की शीर्ष वरीय बेवेन झांग के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। पहले गेम में झांग ने शानदार शुरुआत करते हुए 11-5 की बढ़त बना ली, जिसे तन्वी पार नहीं कर सकीं। दूसरे गेम में तन्वी ने दमदार वापसी की और 4-0 की लीड लेते हुए पूरे आत्मविश्वास के साथ खेला।
उन्होंने झांग की लंबी रैलियों को संभालते हुए मिड ब्रेक तक 11-9 की बढ़त कायम रखी। झांग की लगातार गलतियों का तन्वी ने फायदा उठाया और दूसरा गेम जीतकर मैच को निर्णायक तीसरे गेम तक ले गईं। तीसरे गेम में झांग ने जबरदस्त वापसी की और 11-4 की बढ़त के साथ तन्वी को दबाव में ला दिया। अंततः झांग ने अपनी लय बरकरार रखते हुए मुकाबला और खिताब अपने नाम कर लिया।
