IPL 2025: टीम इंडिया में एंट्री के लिए तैयार ये खिलाड़ी, इंग्लैंड सीरीज में मिल सकता है मौका...

Sai Sudharsan
Sai Sudharsan Team India: आईपीएल 2025 के बीच कई खिलाड़ी टीम इंडिया में वापसी या एंट्री की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन इन सबके बीच एक नाम तेजी से उभर कर सामने आया है साई सुदर्शन। लीग के मौजूदा सीजन में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है। ऐसे में जब भारत जून में इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने जा रहा है, तो साई सुदर्शन का चयन अब महज औपचारिकता भर लगने लगा है।
साई सुदर्शन का टेस्ट डेब्यू अब दूर नहीं?
भारत के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके साई सुदर्शन अब टेस्ट टीम की दहलीज पर खड़े हैं। भले ही उन्हें अभी तक टेस्ट कैप न मिली हो, लेकिन उनकी फॉर्म और घरेलू क्रिकेट के आंकड़े इस दरवाज़े को खटखटाने के लिए काफी हैं।
साई ने भारत के लिए तीन वनडे मुकाबलों में दो अर्धशतकों की मदद से 127 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 63.50 रहा। वहीं टी20 इंटरनेशनल में उन्हें अभी खुद को साबित करने का मौका ही नहीं मिला। इसके बावजूद उनका संघर्ष जारी है और इंग्लैंड सीरीज उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन
साई सुदर्शन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपनी निरंतरता और धैर्य से साबित कर दिया है कि वो लंबी पारी खेलने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 29 मैचों की 49 पारियों में अब तक 1957 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 39.93 का रहा है। इन पारियों में वे 7 शतक और 5 अर्धशतक जड़ चुके हैं।
इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद अब तक उन्हें टेस्ट टीम में मौका नहीं मिलना हैरान करता है। ऐसे आंकड़े किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए भारत की टेस्ट टीम में एंट्री की दावेदारी पेश करने के लिए काफी होते हैं। अब देखना ये है कि बीसीसीआई की चयन समिति कब तक उनकी अनदेखी करती है।
साई सुदर्शन पर चयनकर्ताओं की नज़र
भारतीय टीम जून में इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अगले चक्र की शुरुआत करेगी। ऐसे में युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन को स्क्वाड में जगह मिलना लगभग तय माना जा रहा है। भले ही उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में पक्की न हो, लेकिन तीसरे या चौथे नंबर के विकल्प के तौर पर वे टीम इंडिया के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। आईपीएल जैसी तेज़ फॉर्मेट से टेस्ट की पिच तक का सफर आसान नहीं होता, मगर साई का संयम और तकनीक दिखाता है कि वे लाल गेंद के खेल के लिए भी पूरी तरह तैयार हैं।
