Singapore Open 2025: सिंगापुर ओपन में चमक बिखेरने को तैयार भारतीय शटलर्स, चिराग-सात्विक की वापसी से बढ़ी उम्मीदें

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HS Prannoy, Lakshya Sen, PV Sindhu challenge in Singapore Open: सिंगापुर ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय दल एक बार फिर दमदार प्रदर्शन की तैयारी में है। टूर्नामेंट में देश की स्टार पुरुष जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी फिटनेस समस्याओं से उबरने के बाद कोर्ट पर वापसी के लिए तैयार है। पिछली बार ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में चिराग की पीठ की चोट और फिर सात्विक की स्वास्थ्य दिक्कतों के चलते यह जोड़ी एक्शन से दूर रही थी, लेकिन अब सिंगापुर ओपन में यह डबल्स जोड़ी भारतीय चुनौती की अगुआई करती नज़र आएगी।

डबल्स जोड़ी से बेहतर शुरुआत की उम्मीद

साल 2025 की शुरुआत में मलेशिया ओपन और इंडिया ओपन के सेमीफाइनल तक का सफर तय कर चुकी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी सिंगापुर ओपन में अपने अभियान की शुरुआत मलेशिया के चूंग होन जियान और मुहम्मद हाइकल के खिलाफ करेगी। सिंगापुर में भारतीय उम्मीदें तब और मजबूत हो गईं जब किदाम्बी श्रीकांत मलेशिया मास्टर्स के फाइनल में पहुंच गए ।

किदांबी श्रीकांत ने हाल ही में मलेशिया मास्टर्स के फाइनल तक पहुंचकर भारतीय सिंगल्स खिलाड़ियों की निरंतर असफलता की कड़ी को तोड़ दिया। पिछले कुछ महीनों में जब एकल वर्ग में भारत के खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे, तब श्रीकांत की यह उपलब्धि काफी अहम रही। हालांकि वह सिंगापुर ओपन में हिस्सा नहीं ले रहे हैं, लेकिन उनके प्रदर्शन से बाकी भारतीय शटलर्स को इस टूर्नामेंट में प्रेरणा जरूर मिलेगी।

विश्व चैंपियनशिप 2023 के कांस्य पदक विजेता एचएस प्रणय अब सिंगापुर ओपन में अच्छे प्रदर्शन की तैयारी में हैं। उन्होंने हाल ही में कुआलालंपुर में किदांबी श्रीकांत का शानदार खेल करीब से देखा था। अब वे डेनमार्क के रासमस गेम्के के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। प्रणय पिछले साल चिकनगुनिया की वजह से अपनी लय से भटक गए थे, लेकिन अब वह एक बार फिर फॉर्म में लौटने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

लक्ष्य सेन और प्रियांशु पर रहेंगी नज़रें

सिंगापुर ओपन में लक्ष्य सेन के पास खुद को साबित करने का सुनहरा मौका है। पहले दौर में वह चीनी ताइपे के लिन चुन-यी से भिड़ेंगे। इस मुकाबले में जीत हासिल कर अपनी फिटनेस और फॉर्म को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देना चाहेंगे। 2021 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य ने पेरिस ओलंपिक क्वालिफिकेशन के बाद से निराशाजनक प्रदर्शन किया है । इस सीजन में चार बार पहले ही दौर में बाहर हो चुके हैं। वहीं युवा शटलर प्रियांशु राजावत के लिए भी यह टूर्नामेंट अहम होगा जो इस सत्र की छह प्रतियोगिताओं में पहले राउंड से आगे नहीं बढ़ पाए हैं। दोनों खिलाड़ियों के पास अब अपनी खोई लय पाने का बढ़िया मौका है।

किरण जॉर्ज और पीवी सिंधू पर भी होंगी निगाहें

पुरुष एकल में किरण जॉर्ज इस साल इंडिया ओपन के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे, लेकिन उसके बाद उनके प्रदर्शन में गिरावट आई है। अब वह सिंगापुर ओपन में चीन के वेंग हांग यांग के खिलाफ मुकाबले में अपने प्रदर्शन को सुधारना चाहेंगे। वहीं महिला एकल में पीवी सिंधू की वापसी की राह अब भी जारी है। कोचिंग स्टाफ में कई बदलावों के बावजूद दो बार की ओलंपिक पदक विजेता अब तक लय में नहीं लौट सकी हैं। फरवरी में गुवाहाटी में अभ्यास के दौरान उन्हें हैमस्ट्रिंग में खिंचाव की चोट लगी थी, जिसके चलते वह एशिया टीम चैंपियनशिप से भी बाहर हो गई थीं। अब सिंधू इस टूर्नामेंट में खुद को साबित करने के इरादे से उतरेंगी।

महिला खिलाड़ियों के लिए भी कड़ी परीक्षा

चोट से वापसी के बाद पीवी सिंधू का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उन्हें थुई लिन्ह गुयेन, पुत्री कुसुमा वर्दानी और किम ग्यून जैसी खिलाड़ियों से शुरुआती दौर में ही हार झेलनी पड़ी है। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू सिंगापुर ओपन के पहले दौर में कनाडा की वेन यू झांग के खिलाफ कोर्ट में उतरेंगी। वहीं अन्य भारतीय महिला शटलर्स को भी कड़े मुकाबलों का सामना करना होगा। युवा खिलाड़ी अनमोल खरब का सामना चीन की पूर्व ओलंपिक चैंपियन चेन यू फी से होगा। आकर्षी कश्यप को तीसरी वरीयता प्राप्त हान यू के खिलाफ उतरना है। इन सभी खिलाड़ियों के लिए यह टूर्नामेंट खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका होगा।

महिला युगल और मिश्रित युगल

भारतीय महिला शटलर्स की बात करें तो मालविका बंसोड़ थाईलैंड की सुपानिडा काटेथोंग से भिड़ेंगी, जबकि रक्षिता रामराज दक्षिण कोरिया की किम गा इयोन के खिलाफ कोर्ट में उतरेंगी। अनुपमा उपाध्याय का सामना चीनी ताइपे की सुंग शुओ युन से होगा। वहीं उन्नति हुड्डा को दूसरी वरीय मलेशिया मास्टर्स चैंपियन वांग झीयी की चुनौती का सामना करना है।

महिला युगल में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद तृषा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी पर रहेगी। आठवीं वरीय यह जोड़ी अपने अभियान की शुरुआत चीनी ताइपे की चांग चिंग हुई और यांग चिंग टुन के खिलाफ करेगी।

मिश्रित युगल में ध्रुव कपिला एवं तनीषा क्रास्टो की जोड़ी और रोहन कपूर एवं रुतविका शिवानी गड्डे की जोड़ी भारत की ओर से चुनौती पेश करेंगी। इन सभी मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ियों के पास अपनी छाप छोड़ने का शानदार मौका होगा।

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