18वें एशियन खेलों का हुआ समापन, भारत की झोली में आये 69 पदक
पदक तालिका में चीन टॉप पर, जापान दूसरे स्थान पर
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नई दिल्ली। चीन में मिलने के वादे का साथ रविवार को इंडोनेशिया में चल रहे 18वें एशियन खेलों का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। इस भव्य समारोह में पारंपरिक संगीत और रंगारंग कार्यक्रमों के बीच विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने वाले करीब 11 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने अपनी खट्टी मिठी यादों के साथ अधिकारिक तौर पर इंडोनेशिया को अलविदा कह दिया। समापन समारोह में बॉलीवुड के गीतों का भी धमाल रहा।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने तिरंगे झंडे के साथ भारतीय दल का नेतृत्व किया। उद्घाटन समारोह के ध्वजावाह जेवलियन थ्रोअर नीरज चोपड़ा थे, जिन्होंने भारत को स्वर्ण दिलाया। भारत के लिए यह एशियन खेलों का अब तक का सबसे सफल एशियाड रहा। भारत ने यहां 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य पदक सहित कुल 69 पदक अपनी झोली में डाले हैं। यहां भारतीय खिलाड़ियों ने कई खेलों में नए अध्याय भी लिखे तो कुछ खेलों में उम्मीदें भी टूटी, लेकिन इसके बावजूद एथलीट्स ने यहां पर दिखा दिया है कि 2020 टोक्यो ओलिंपिक में इस बार भारत एक नए रूप में दिखेगा। भारत ने 2010 में 65 पदक जीते थे और 1951 में 15 स्वर्ण जीते थे।
चीन ने जकार्ता में 132 स्वर्ण, 92 रजत और 65 कांस्य के साथ कुल 289 पदक जीते हैं। इसके अलावा जापान ही 200 पदकों का आंकड़ा पार कर सका। कुल 205 पदकों के साथ जापान दूसरे और 177 पदकों के साथ दक्षिण कोरिया तीसरे पायदान पर रहा
शेख अहमद अल फहद ने खेलों के समापन का किया ऐलान
ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया के अध्यक्ष शेख अहमद अल फहद ने खेलों के समापन का ऐलान करते हुए कहा कि इस भव्य आयोजन के लिए सभी का शुक्रिया अदा किया। इस दौरान उन्होंने बड़ी मजेदार बात कही और वो है 'आज बादल भी आंसू बहा रहे हैं क्योंकि उन्हें भी इस खूबसूरत सफर के अंत का दुख है।'
अगले एशियन खेल चीन में
एशियन खेल 2022 का आयोजन चीन के हांगझू में होगा। यह इन खेलों का आयोजन करने वाला चीन का तीसरा शहर होगा। इससे पहले बीजिंग में 1990 और ग्वांगझू में 2010 में ये खेल आयोजित हो चुके हैं। 2022 में होने वाले अगले एशियन खेलों के लिए चीन की तैयारियों की एक झलक दिखाई जा रही है।
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