Paris Olympic Controversy: महिला मुक्केबाजों के लिए नया नियम, अब टूर्नामेंट से पहले अनिवार्य होगा जेंडर टेस्ट

Paris Olympic Controversy
World Boxing Sex Testing Rule 2025: महिला मुक्केबाजी में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। वर्ल्ड बॉक्सिंग ने ऐलान किया है कि अब हर महिला मुक्केबाज़ को किसी भी टूर्नामेंट से पहले अनिवार्य रूप से जेंडर टेस्ट कराना होगा। अगर खिलाड़ी टेस्ट में पास नहीं होती हैं, तो उन्हें मुकाबले में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसकी शुरुआत इंग्लैंड के लिवरपुल में 4 से 14 सितंबर तक होने वाली वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप से होगी।
जेंडर टेस्ट कैसे होगा?
महिला मुक्केबाजों के लिए अनिवार्य किए गए इस जेंडर टेस्ट को पॉलिमरेज चेन रिएक्शन (PCR) या जेनेटिक स्क्रीनिंग के जरिए किया जाएगा। इस प्रक्रिया में जन्म के समय निर्धारित लिंग की पुष्टि के लिए Y क्रोमोसोम की मौजूदगी या गैरमौजूदगी की जांच होगी। बताया जाता है कि Y क्रोमोसोम की उपस्थिति पुरुष शिशु के जन्म के लिए जिम्मेदार होती है।
वर्ल्ड बॉक्सिंग अध्यक्ष का बयान
वर्ल्ड बॉक्सिंग के अध्यक्ष बोरिस वान डेर वोर्स्ट ने कहा कि संगठन सभी खिलाड़ियों की गरिमा का सम्मान करता है। खेल को अधिक से अधिक समावेशी बनाने का प्रयास कर रहा है। उनका मानना है कि बॉक्सिंग जैसे कॉन्टैक्ट स्पोर्ट में खिलाड़ियों की सुरक्षा और प्रतिस्पर्धा की निष्पक्षता बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है।
एथलेटिक्स में पहले ही लागू हो चुका नियम
महिला एथलीट्स के लिए जेंडर टेस्ट का नियम एथलेटिक्स में पहले ही लागू किया जा चुका है। करीब 21 दिन पहले, 30 जुलाई को वर्ल्ड एथलेटिक्स काउंसिल ने ऐलान किया था कि जो खिलाड़ी इस टेस्ट से नहीं गुजरेगी, उसे वर्ल्ड रैंकिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं मिलेगी। यह नियम 1 सितंबर 2025 से प्रभावी होगा। 13 सितंबर से टोक्यो में शुरू हो रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिला एथलीट्स टेस्ट पास किए बिना भाग नहीं ले पाएंगी।
पेरिस ओलिंपिक में उठ चुका है विवाद
पेरिस ओलिंपिक 2024 में महिला मुक्केबाजी को लेकर बड़ा विवाद सामने आया था। उस समय अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। उनकी प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी ने यहां तक कह दिया था कि उन्हें पुरुष प्रतिद्वंद्वी से भिड़ा दिया गया है। इस वजह से मुकाबले से हट गई थी। विवादों के बावजूद इमान खलीफ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी वेट कैटेगरी वेल्टरवेट में गोल्ड मेडल जीता था।
