Mohammad Siraj: मोहम्मद सिराज बने विकेटों के सरताज, रिकॉर्ड बुक में दर्ज कराया नाम

Mohammad Siraj
Anderson-Tendulkar Trophy 2025: बुमराह भले ही पांचवें टेस्ट में नज़र न आ रहे हों, लेकिन भारतीय गेंदबाज़ी का जोश ज़रा भी कम नहीं हुआ है। क्योंकि मोहम्मद सिराज मैदान पर हैं। वो तेज़ रफ़्तार इंजन, जो रुकना नहीं जानता। ओवल की पिच पर सिराज ऐसे गरजते हैं मानो 100 हॉर्सपावर की हार्ले डेविडसन अपनी पूरी रफ़्तार से दौड़ रही हो। हर ओवर में जुनून, हर गेंद में आग। यही सिराज की पहचान है। सुनील गावस्कर भी इसी जोश के मुरीद हैं। उन्होंने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर कहा, "सिराज दिल से गेंदबाज़ी करते हैं और ये बताने लायक नहीं, महसूस करने लायक है।"
सिराज का कहर
मोहम्मद सिराज इस वक्त गजब की फॉर्म में हैं। शिकार करना उनके लिए अब आदत बन चुकी है। एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में उन्होंने अपना 18वां शिकार दूसरे दिन चाय से पहले किया। सिराज ने 11वें ओवर में अपनी पहचान वाली अंदर आती गेंद यानी इनस्विंगिंग यॉर्कर से जैकब ग्राहम बेथेल को LBW कर पवेलियन भेजा। 21 वर्षीय बेथेल को चकमा देकर आउट करना आसान नहीं था, लेकिन सिराज की धारदार गेंदबाज़ी के सामने वो भी टिक नहीं सके। बता दें दूसरे दिन सिराज को जो तीन विकेट मिले, वो सभी LBW के रूप में रहे।
9 में से 8 पारियों में लिए विकेट
मोहम्मद सिराज की गेंदबाज़ी में सिर्फ धार ही नहीं, बल्कि जबरदस्त निरंतरता भी दिखती है। पांच टेस्ट की इस लंबी सीरीज में सिराज ने अब तक 9 में से 8 पारियों में विकेट अपने नाम किए हैं। सिर्फ एक बार लीड्स टेस्ट की पहली पारी में वो खाली हाथ लौटे। इसके बाद सिराज ने हर मौके को भुनाया और विरोधी बल्लेबाज़ों के लिए सिरदर्द बनते गए।
तेज गर्मी, लंबा सीजन और लगातार गेंदबाजी के बावजूद मोहम्मद सिराज का जोश कम नहीं हुआ। इस सीरीज में उन्होंने 150 ओवर यानी 900 से ज्यादा गेंद फेंक दी हैं, जो किसी भी भारतीय गेंदबाज के लिए बड़ी उपलब्धि है। उनसे ज्यादा ओवर सिर्फ इंग्लैंड के क्रिस वोक्स (181 ओवर) और ब्राइंडन कार्स (155 ओवर) ने डाले हैं।
सिराज की वापसी से बदला मैच का रुख
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने तेज शुरुआत करते हुए 92 रनों की मजबूत साझेदारी की, जिससे लगने लगा था कि मेहमान टीम मैच पर पकड़ बना लेगी। तभी सिराज ने मैच का रुख पलट दिया। उन्होंने कप्तान ओली पॉप को पवेलियन भेजा, फिर अनुभवी और खतरनाक जो रूट का विकेट चटकाया। इसके बाद आक्रामक युवा बल्लेबाज जैकब बेथल को भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया।
मुसीबत में मसीहा बनते हैं सिराज
जब-जब टीम इंडिया दबाव में होती है, मोहम्मद सिराज दिल खोलकर गेंदबाजी करते हैं। मुश्किल हालात में विकेट निकालना उनकी खासियत बन चुकी है। इस सीरीज में भी उन्होंने कई बार भारत को संकट से बाहर निकाला है। अगर भारत यह मुकाबला जीतता है, तो सिराज एक बार फिर बर्मिंघम टेस्ट की तरह हीरो कहलाएंगे, जहां उन्होंने दो पारियों में 127 रन देकर 7 अहम विकेट झटके थे।
